महाराष्ट्र के जालना में एक स्टील फैक्ट्री में बॉयलर विस्फोट में घायल हुए 22 मजदूरों में से एक ने रविवार को छत्रपति संभाजीनगर के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया. रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की दोपहर को जालना के एमआईडीसी क्षेत्र में गज केसरी स्टील फैक्ट्री के बॉयलर में ये धमाका हुआ था.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बॉयलर फटने के बाद पिघला हुआ लोहा गिरने से 22 कर्मचारी घायल हो गए थे जिनमें से सात गंभीर रूप से घायल हैं. अधिकारी ने बताया कि उन्हें छत्रपति संभाजीनगर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां 98 फीसदी जल चुके रमेश भटुराम की आज मौत हो गई.
रविवार को घटनास्थल का दौरा करने के बाद विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. दानवे ने कहा, 'मैंने फैक्ट्री का दौरा किया और पाया कि सुरक्षा के कोई उपाय नहीं थे. मैंने भी सुना है कि ऐसी दुर्घटनाएं वहां अक्सर होती रहती हैं. प्रशासन को इस पर गंभीरता से गौर करना चाहिए.' उनके साथ कंपनी के निदेशक राम अग्रवाल, जालना स्टील एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम भी थे. गोयल के साथ-साथ उनके शिवसेना (यूबीटी) के सहयोगी भास्कर अंबेकर और अनिरुद्ध खोतकर भी घटना स्थल पर पहुंचे थे.
अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात चंदन जीरा पुलिस ने घायल कर्मचारी मोहम्मद रफीकुद्दीन की शिकायत के आधार पर घटना के संबंध में कंपनी के प्रबंधक दिलीप झा, भट्टी प्रभारी सुधाकर रॉय और क्रेन चालक अशोक प्रजापति के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
जालना से लोकसभा सांसद कल्याण काले ने एक बयान में कहा कि औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य निदेशालय को ऐसी फैक्ट्रियों में श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.