मुंबई में मंत्रालय स्थित आकाशवाणी आमदार निवास स्थान में सोमवार देर शाम बम की खबर मिलने के बाद अफरा-तफरी मच गई. आनन-फानन में पूरी इमारत को खाली कराया गया. मुंबई पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचे. इमारत के अंदर चेकिंग की गई.
असल में, एक अज्ञात शख्स ने फोन कर बम होने की जानकारी दी थी. जांच में डॉग स्कॉयड को भी लाया गया. हालांकि अभी तक कुछ मिला नहीं है.
सूत्रों ने बताया कि देर शाम एक अज्ञात शख्स ने बम होने की सूचना दी जिसके बाद इमारत को खाली कराया गया. हालांकि इंडियन एक्सप्रेस ने बाद में डीसीपी संग्रामसिंह निशंदर (जोन 1) के हवाले से बताया कि बम की सूचना झूठी निकली. एमएलए हॉस्टल से जिन्हें निकाला गया उनमें मौजूदा विधायक और उनके सहयोगी शामिल हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलिस का कहना है, 'इमारत में लगभग 150 लोग थे. हमने पूरी तरह से जांच की और कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है. फोन करने वाले के नंबर के बारे में पता चल गया है. आगे की कार्रवाई की जाएगी.'
Maharashtra: Mumbai police evacuated people from MLA hostel after receiving a bomb threat call.
— ANI (@ANI) September 28, 2020
Police say,"Around 150 people were there in building. We've checked thoroughly & have not found any explosive material. The phone number has been traced,further action will be taken." pic.twitter.com/7ZVCp3nGBj
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवाल मातोश्री की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी क्योंकि एक शख्स ने फोन कर कहा कि वह गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के लिए काम करता है और वह सीएम के आवास को बम से उड़ा देगा.
वहीं इस घटना के बाद महाराष्ट्र कैबिनेट ने फोन कॉल को एक 'बहुत गंभीर मामला' करार दिया था, और कहा कि केंद्र सरकार को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और कॉल करने वाले के बारे में पता लगाना चाहिए.
(एजाज खान के इनपुट के साथ)