एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री छगन भुजबल की परेशानियां बढ़ती नजर आ रही हैं. एक हाउसिंग स्कीम में भ्रष्टाचार के मामले में भुजबल का नाम सामने आने के बाद नवी मुंबई पुलिस ने शनिवार को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. बीते दिनों भी भ्रष्टाचार के दो मामलों में उनका नाम सामने आ चुका है.
सूत्रों के मुताबिक, नवी मुंबई के तलोजा पुलिस थाने में दर्ज की गई एफआईआर में भुजबल, उनके बेटे पंकज और भतीजे समीर का नाम है. सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश समेत आईपीसी की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
44 हजार करोड़ से जुड़ा है मामला....
पुलिस के मुताबिक, मामला 44 करोड़ रुपए की राशि से जुड़ा है. भुजबल परिवार की एक रियलिटी कंपनी के जरिए हाउसिंग स्कीम में 2,300 लोगों ने घर बुक किए थे. इससे पहले मुंबई के कलिना में भूमि आवंटन और महाराष्ट्र सदन घोटाले के मामले में भी उन पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
इस मामले में भुजबल का कहना है कि जो भी फैसला लिया गया वह तत्कालीन CM अशोक चव्हाण, कैबिनेट और आईएएस अधिकारियों की मौजूदगी में लिया गया था. अगर फैसला गलत है तो सभी को आरोपी बनाया जाए. उन्होंने कहा, 'मैंने इस मसले में CM देवेंद्र फडणवीस से बातचीत की है, लेकिन पता नहीं उनके दिमाग में क्या चल रहा है.'
सूचना कमिश्नर के घर छापामारी
इसके साथ ही रविवार को मराठावाड़ा के सूचना कमिश्नर दीपक देशपांडे के घर ACB ने छापेमारी की. महाराष्ट्र सदन घोटाला मामले में तत्कालीन पीडब्लू मंत्री छगन भुजबल के परिवार की कंपनी को ठेका देने और भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगने के बाद ACB ने छापामारा.