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महाराष्ट्र चुनाव: सीट बंटवारे पर गतिरोध तोड़ने में नाकाम कांग्रेस-NCP

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया खत्म होने में केवल चार दिन बचे हैं. लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन मंलगवार को भी अपने मतभेदों को दूर करने में विफल रहा. सीट बंटवारे पर उनके बीच कोई सहमति नहीं बन पाई.

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मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया खत्म होने में केवल चार दिन बचे हैं. लेकिन सत्तारूढ़ कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन मंलगवार को भी अपने मतभेदों को दूर करने में विफल रहा. सीट बंटवारे पर उनके बीच कोई सहमति नहीं बन पाई.

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बीच 6 अगस्त को हुई बैठक के बाद दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं के बीच यह पहली सीधी बातचीत थी. बैठक में कांग्रेस ने 15 साल की अपनी गठबंधन सहयोगी पार्टी को 124 सीटें देने का अपना प्रस्ताव दोहराया.

मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बैठक में हुई चर्चा के ब्यौरे का खुलासा करने से इनकार किया. वहीं, कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के प्रमुख नारायण राणे ने कहा कि एनसीपी को 124 सीटों की पेशकश की गई. 2004 में भी उसने इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ा था. पेशकश का बचाव करते हुए चव्हाण ने कहा, ‘2009 में लोकसभा चुनाव में हमने दोगुनी सीटें जीतीं, इसलिए एनसीपी ने विधानसभा चुनाव में हमें 10 सीटें और दी थीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में एनसीपी ने हमसे दोगुनी सीटें जीतीं, इसलिए हम उतनी ही 10 सीटें उसे वापस देंगे.’

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दूसरी तरफ एनसीपी कुल 288 में से आधी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 174 और एनसीपी ने 114 सीटों पर चुनाव लड़ा था.

एनसीपी के वरिष्ठ नेता और शरद पवार के विश्वस्त प्रफुल्ल पटेल ने सोमवार को पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद कहा था कि कांग्रेस का प्रस्ताव ‘अस्वीकार्य’ है. उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, राज्य के पार्टी प्रमुख सुनील तटकरे, वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और पटेल ने सीएम चव्हाण, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष माणिक राव ठाकरे और चुनाव अभियान समिति के प्रमुख राणे से मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास में चर्चा की जो बेनतीजा रही.

सीट बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बनने पर कांग्रेस ने कहा कि गठबंधन टूटने पर उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी. माणिक राव ठाकरे ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि एनसीपी हमारे प्रस्ताव को स्वीकार करेगी. अगर हम गतिरोध के समाधान के लिए दो कदम आगे उठाते हैं तो हम चाहते हैं कि हमारा सहयोगी भी ऐसा ही करे.’ मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि एनसीपी के साथ चर्चा जारी है और अंतिम फैसले की घोषणा जल्द की जाएगी.

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