महाराष्ट्र में चिक्की घोटाले की आरोपी मंत्री पंकजा मुंडे नए विवाद में घिर गई हैं. हाल ही में प्रदेश में सूखा प्रभावित इलाकों में दौरे पर उनके स्टाफ का एक सदस्य उनकी चप्पलें हाथों में लिया दिखाई दिया.
विपक्ष ने इसे पद का गलत इस्तेमाल बताते हुए प्रदेश सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री मुंडे को आड़े हाथों लिया. हालांकि मुंडे ने यह कहते हुए अपने बचाव की कोशिश की कि वह व्यक्ति सरकारी नौकर नहीं था और उसे उन्होंने अपनी निजी नौकरी पर रखा हुआ है.
Zoom i m barefeet bcoz chappal got stuck in the
mud i walked from up till down without footwear pic.twitter.com/rWXXyWZ0xj
— PankajaGopinathMunde (@Pankajamunde)
August 12, 2015
दरअसल पंकजा मुंडे परभणी जिले के सोनपेठ इलाके के दौरे पर थीं.
तभी रास्ते में कीचड़ वाली सड़क देखकर उन्होंने अपनी चप्पलें निकाल
दीं और नंगे पैर ही आगे बढ़ने लगीं. ये चप्पलें मुंडे के स्टाफ के एक
शख्स ने उठाकर हाथ में ले लीं. ये तस्वीरें न्यूज चैनलों पर
आईं और मामले ने तूल पकड़ लिया.
मेरा नंगे पैर चलना मीडिया को नहीं दिखता: पंकजा
बुधवार शाम अपनी सफाई में उन्होंने कहा, 'मीडिया ने सिर्फ यह देखा
कि मैंने चप्पलें उतारीं और किसी ने उठा लीं. लेकिन मीडिया ने यह
नहीं देखा कि वहां नंगे पैर चलते हुए मैंने कितनी परेशानी झेली?
कीचड़ वाला रास्ता देखकर मैंने चप्पल उतार दी और नंगे पैर चलने
लगी. मुझे बाद में पता लगा कि किसी ने मेरी चप्पल उठा ली थी और
वह शख्स मेरा निजी कर्मचारी था, सरकारी कर्मचारी नहीं. असली खबर
सूखा और किसानों की हालत है.'
उन्होंने ट्विटर पर भी तस्वीरें जारी करके लिखा, 'जूम करके देखिए मैं नंगे पैर हूं क्योंकि मेरी चप्पल कीचड़ में धंस गई थी. इसलिए मैं बिना चप्पल के ही आगे बढ़ गई.'