दिल्ली में कोरोना ने कहर बरपाया तो मुंबई तक उसका खौफ दिख रहा है. अब महाराष्ट्र ने बाहर आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं, तो घर में भी टारगेट टेस्टिंग चल रही है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तो यहां तक कह दिया है कि अगर कोरोना कंट्रोल नहीं हुआ, तो सुनामी आएगी. ठंड, प्रदूषण और त्योहारों के सीजन के बीच जिस तरह से कोरोना को लेकर लापरवाही बरती गई, उसने कोरोना की एक और लहर देश में ला दी है और इसमें सबसे बुरा हाल दिल्ली का हुआ है, जहां हर घंटे कोरोना से 5 लोगों की मौत हो रही है.
दिल्ली में मौत के इन आंकड़ों ने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है. ऐसे में कोरोना से सबसे ज्यादा सतर्क महाराष्ट्र हो गया है. उद्धव सरकार ने दूसरे राज्यों से मुंबई आने वाले लोगों को शर्तों की साथ एंट्री शुरू कर दी है. नियमों के मुताबिक कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के बिना दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, गोवा से आने वाले हवाई यात्रियों की एंट्री नहीं हो सकेगी.
महाराष्ट्र में नए नियम 25 नवंबर यानी आज से लागू हो रहे हैं. नियमों के मुताबिक...
दिल्ली, राजस्थान गुजरात, गोवा से आ रहे यात्रियों के पास अगर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट नहीं होगी तो उन्हें एयरपोर्ट पर आरटीपीसीआर टेस्ट के पैसे देने होंगे और उनकी जांच की जाएगी. टेस्ट होने के बाद ही उन्हें घर जाने की इजाजत होगी, अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो संपर्क किया जाएगा और प्रोटोकोल के मुताबिक उनका ट्रीटमेंट होगा.
महाराष्ट्र सरकार कोरोना को लेकर इस कदर डरी हुई है कि उसने बाहर से आने वालों के लिए नहीं बल्कि घर में भी कोरोना की टेस्टिंग शुरू कर दी है. मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में पिछले 6 दिनों में कोरोना की नई रफ्तार देखने को मिली है. ऐसे में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ये चेतावनी दे चुके हैं, अगर जल्दी कंट्रोल नहीं हुआ तो कोरोना की अलग लहर सुनामी जैसी हो सकती है.
कोविड-19 के खतरे को देखते हुए मध्य रेलवे ने मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी टर्मिनस समेत कुछ बड़े स्टेशनों पर पराबैगनी प्रकाश आधारित सेनिटाइजेशन सुविधा की शुरुआत की है जिससे यात्री अपने सामान को सेनिटाइज कर सकेंगे.
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