महाराष्ट्र में कोरोना की बेकाबू रफ्तार के कारण मिनी लॉकडाउन लगा हुआ है. होटल, बार और रेस्टोरेंट बंद हैं. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आजतक से बात करते हुए कहा कि मिनी लॉकडाउन पूरे प्रदेश में 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. इन सबके कारण अब करीब आधे प्रवासी मजदूर घर जाने की योजना बना रहे हैं. होटल एसोसिएशन ने कहा है कि मिनी लॉकडाउन के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
होटल व्यावसायियों ने कहा है कि वे अपने होटल के प्रवेश द्वार पर 'नो लॉकडाउन इनजस्टिस टू होटलर्स एंड कस्टमर्स' का बोर्ड लगाकर विरोध करेंगे. पुणे रेस्टोरेंट्स एंड होटलर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट गणेश शेट्टी ने आजतक से बात करते हुए कहा कि हमने लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. पुणे रेस्टोरेंट्स एंड होटलर्स एसोसिएशन ने यह बैनर लगाकर विरोध प्रदर्शित करने का निर्णय लिया गया है. महाराष्ट्र में अप्रैल के अंत तक के लिए मिनी लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है.
गणेश शेट्टी के मुताबिक पुणे शहर में करीब 8500 रेस्टोरेंट्स और होटल्स हैं. होटल इंडस्ट्री में करीब 60 हजार मजदूरों को रोजगार मिलता है. इस इंडस्ट्री का रोजाना का टर्नओवर करीब 6 करोड़ का है. उन्होंने कहा कि करीब 50 फीसदी मजदूर, वेटर्स और बावर्ची अपने गृह राज्यों को लौटने की योजना बना रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि होटल और रेस्टोरेंट्स पार्सल सर्विस को छोड़कर बंद रहेंगे.
गौरतलब है कि देश में कोरोना की महामारी बेकाबू हो गई है. कोरोना से संक्रमण के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में पहली बार कोरोना के एक लाख से अधिक नए केस सामने आए हैं. इनमें आधे से अधिक केस अकेले महाराष्ट्र से ही सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में 57 हजार से अधिक कोरोना के नए केस सामने आए.