महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार अलर्ट है और महामारी पर अकुंश लगाने को लेकर लगातार कोशिशों में जुटी है. राज्य के 2 बड़े शहरों मुंबई और पुणे में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इस बीच बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और पुणे नगर निगम ने अपने यहां कोरोना नियंत्रण के लिए खास तरह की योजना बनाई है.
बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने मुंबई के सभी निजी अस्पतालों को हर दिन कम से कम 1,000 लोगों का वैक्सीनेशन करने का निर्देश दिया है. इससे मुंबई में हर दिन 1 लाख नागरिकों को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य हासिल हो सकेगा. उन्होंने अधिक से अधिक वैक्सीनेशन की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए सामाजिक और धर्मार्थ संगठनों की मदद भी ली जा सकती है. नगर आयुक्त ने कहा कि लोगों की सुविधा को देखते हुए निजी अस्पतालों द्वारा सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक वैक्सीनेशन का समय दिया जा सकता है.
हर दिन 1 लाख का लक्ष्य
चहल ने कहा कि हमारा मकसद 45 दिनों में 45 लाख लोगों का वैक्सीनेशन करने का है यानी हर दिन 1 लाख लोगों का वैक्सीनेशन. मुंबई में वैक्सीनेशन के लिए निजी अस्पतालों की संख्या जल्द ही 59 से बढ़ाकर 80 कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को पहले की तरह कोविड-19 उपचार के लिए अगले 48 घंटों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. निजी अस्पतालों को तय सरकारी शुल्क के अनुसार फीस लेनी चाहिए और हम इसकी निगरानी के लिए निगम के ऑडिटर की फिर से नियुक्ति करेंगे.
इससे पहले बीएमसी के आयुक्त ने वरिष्ठ अधिकारियों और अस्पताल के प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की. बीएमसी रोजाना 50 हजार टेस्टिंग करने की योजना बना रही है. बीएमसी आयुक्त ने कहा कि मुंबई में रोजाना टेस्टिंग की संख्या 25,000 से बढ़ाकर 50,000 करने की है.
पीएमसी का वैक्सीनेशन को लेकर बड़ा फैसला
दूसरी ओर, पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने अपने सभी फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स से अपील की है कि वे वैक्सीनेशन करवाएं ताकि वे कोरोना हेल्थकेयर का लाभ उठा सकें. नगर निगम के क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले पर नियंत्रण के लिए पीएमसी ने एक फैसला लिया है कि सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना से सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी प्राप्त करनी चाहिए.
19 मार्च तक पीएमसी ने 42,700 हेल्थकेयर वर्कर्स और 27,706 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन का पहला डोज दिया जबकि 18 मार्च तक क्रमशः 16,107 और 943 लोगों को दूसरी डोज दी गई. यही नहीं 97,588 सीनियर सिटीजन्स और 19,446 को-मोर्बिड मरीजों को वैक्सीन दी गई.
पुणे नगर निगम में स्वास्थ्य विभाग ने 5,277 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने के लिए शॉर्टलिस्ट किया है. पुणे शहर के महापौर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, करीब 1,000 का वैक्सीनेशन किया गया है, जबकि 36 लोगों ने टीका लगवाने से मना कर दिया.
पीएमसी के लिए इस तरह का एक साहसिक फैसला लेने का मुख्य कारण यह है कि इसके सभी फ्रंटलाइन कर्मचारियों को टीका लगाया जाना है ताकि वे कोविड-19 संक्रमण के वाहक और प्रसारकर्ता न बनें.