देश के सभी राज्यों में कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन की डोज देने के साथ हुई है. इसी बीच, मुंबई में वैक्सीन लगवाने आया एक बुजुर्ग कपल ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. दोनों ही पेशे से डॉक्टर हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि इन दोनों की उम्र 80 वर्ष से अधिक है. इसके बाद भी इनका जज्बा देखने लायक है. इन दोनों ने 'आजतक' के साथ खास बातचीत की है.
बॉम्बे हॉस्पिटल के 87 वर्षीय डॉक्टर बीएस सिंघल और उनकी 83 वर्षीय पत्नी आशा सिंघल लगभग एक घंटे तक धैर्यपूर्वक अपनी बारी का इंतजार करते रहे थे. जैसे ही आशा सिंघल के नाम की घोषणा हुई तब भी वह बिना व्हीलचेयर के जाना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि हम बस इसे जल्दी से पूरा करना चाहते हैं. ये वैक्सीनेशन महत्वपूर्ण है. हम इसके लिए देरी नहीं करना चाहते. मुस्कराते हुए दोनों वैक्सीनेशन रूम में चले गए. टीका लगाने के बाद दोनों को ऑब्जर्वेशन रूम में करीब 30 मिनट तक रखा गया.
बाहर आकर कपल ने वैक्सीन को लेकर अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि हम ठीक हैं. हमें कोई समस्या नहीं है. वैक्सीन को सभी परीक्षणों के बाद अप्रोवड किया गया है. इसलिए कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. हालांकि, डॉक्टर बीएस सिंघल कोरोना वैक्सीन ड्राइव के कुछ पहलुओं से खुश नहीं थे. उन्होंने कहा कि आसपास बहुत सारे लोग है जिनकी जरूरत नहीं है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि इतनी नर्सों की जरूरत नहीं है फिर भी वह आसपास हैं. सोशल डिस्टेसिंग का कोई पालन नहीं किया जा रहा है.
आशा सिंघल ने कहा कि वह फिलहाल ठीक महसूस कर रही हैं, लेकिन उनके पति बीएस सिंघल बोले कि प्रशासन को हर पहलू की योजना बनाना और उसे अमल में लाना महत्वपूर्ण है. ऐप में अभी भी समस्याएं हैं. मुझे रात के समय में 10:30 बजे वैक्सीनेशन की जानकारी मिली है.