चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ के चलते समुद्र की तेज लहरों में फंसे मछुआरे महाराष्ट्र के तट पर पहुंच चुके हैं. ये मछुआरे केरल और तमिलनाडु के रहने वाले हैं. शनिवार
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सिंधुदुर्ग तट पर कुल 68 नौकाएं पहुंची हैं, जिसमें से 66 केरल से और दो तमिलनाडु से हैं. इनमें 952 मछुआरे सवाल थे. उन्होंने बताया कि सभी मछुआरे सुरक्षित हैं. जब तक मौसम अनुकूल नहीं हो जाता है, तब तक इनकी पूरी देखभाल महारष्ट्र करेगा. इसके बाद मौसम अनुकूल होने पर उनको वापस भेज दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, ‘‘मैंने महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड और सिंधुदुर्ग जिले के कलेक्टर को फंसे हुए मछुआरों के लिए सभी व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय अधिकारी इन मछुआरों के साथ हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम कर रहे हैं कि उन्हें ऐसा महसूस हो कि वे अपने घर पर हैं.’’
In all 68 fishing boats have reached, out of which 66 are from Kerala and 2 from Tamil Nadu with total 952 fisherman on board.
All are safe.
Maharashtra will completely look after everyone till weather permits them to go back. @nsitharaman @BJP4Keralam
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 2, 2017
वहीं, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने ओखी के चलते समुद्र में फंसे मछुआरों की सहायता के लिए फडणवीस को धन्यवाद दिया. सीतारमण ने ट्वीट किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मछुआरों के देवगढ़ माइनोर पोर्ट पहुंचने के मामले में मदद मुहैया कराने की जरूरत समझने के लिए धन्यवाद.
उन्होंने कहा, ''ये मछुआरे केरल के कालीकट के पास के हैं और ये चक्रवाती तूफान ओखी में फंस गए थे. मुख्यमंत्री के प्रति आभार कि वे तत्काल मदद मुहैया कराने को तैयार हो गए.''