महाराष्ट्र में बड़े सियासी उलटफेर के बाद अब सरकार गठन को लेकर हलचल तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तो बन गए हैं, लेकिन उनके सामने चुनौतियों का ढेर लगा हुआ है. उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर शिवसेना में सभी पदों से हटा दिया है. अब शिंदे खेमे की ओर से इस पर जवाब आया है.
बागी गुट के नेता दीपक केसरकर ने कहा है कि हम उद्धव ठाकरे के इस फैसले को चुनौती देंगे. शिवसेना ने शिंदे साहब को पद से हटा दिया है, लेकिन जिस तरीके का नोटिस दिया गया है वो आपत्तिजनक है. उसका जवाब हम भेजेंगे. अगर जवाब के बाद उन्होंने आवश्यक कार्यवाही नहीं की तो हम कानूनी सलाह लेंगे.
बता दें कि उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नाम से एक लेटर जारी करते हुए लिखा था कि हाल ही में यह देखा गया है कि आप पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं. इसके साथ ही लेटर में कहा गया कि आपने शिवसेना की सदस्यता छोड़ दी है. इसलिए आपके खिलाफ ये कार्रवाई की जा रही है.
उद्धव ठाकर ने कहा कि शिवसेना का पक्ष प्रमुख होने पर मैं अपने इस अधिकार का इस्तेमाल करते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी के सभी पदों से मुक्त करता हूं. इधर, शिंदे गुट का अपना दावा है. एकनाथ शिंदे खेमा खुद को सच्चा शिवसैनिक और बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व का अनुयायी कहता रहा है. इतना ही नहीं, शिंदे ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद अपनी ट्विटर की डीपी भी बदल ली थी. उन्होंने बाला साहेब के पैरों के पास बैठे हुए फोटो लगाई थी.