राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने पुणे में अल्पसंख्यक समाज को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार मुस्लिम समुदाय को नुकसान पहुंचाने वाले कदम उठाती है. पवार ने कहा कि नोटबंदी लागू करने के बाद मुस्लिम समुदाय का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. पवार ने कहा के हाल ही में उन्होंने नासिक में मालेगांव से आये मुस्लिम समुदाय के लोगों से बातचीत की तब उन्हें पता चला कि नोटबंदी के बाद पूरे मालेगांव का कारोबार ही बंद हो गया. वहां से 50 फीसदी बुनकर बिहार और उत्तर प्रदेश में वापस चले गए हैं. नोटबंदी की वजह से उनकी रोजी-रोटी बंद हो गयी.
शरद पवार ने कहा के ऐसे अहम फैसले लेते वक्त समाज पर इसके विपरीत परिणाम के बारे में सोचा जाना चाहिए था. लेकिन मौजूदा केंद्र सरकार इन छोटे समुदायों को नुकसान पहुंचाने वाले कदम उठाती है और ऐसी नीतियों को अपनाती है जिससे समाज में बहुत ही बुरा असर हो रहा है.
महाराष्ट्र में आने वाले 21 तारीख को महानगरपालिका और जिला परिषद, पंचायत समिति के चुनाव होने हैं. चुनाव में कई सीटों पर MIM पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. ऐसे में ये कयास लगाए जा हैं कि एनसीपी चुनाव में अपने वोट बैंक को सुरक्षित रखना चाहती है. औरंगाबाद से MIM के विधायक इम्तियाज जलील ने ये आरोप लगाया है कि अल्पसंख्यकों को लुभाने के लिए ही एनसीपी ने चुनाव के छह दिन पहले पुणे में इस मीटिंग का आयोजन किया है.