महाराष्ट्र में स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के बयान को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कामरा से डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के खिलाफ की गई टिप्पणी पर माफी मांगने को कहा है.
इस विवाद के चलते शिवसेना के 12 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने मुंबई के उस स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहां कामरा ने अपना शो रिकॉर्ड किया था. हालांकि, अदालत ने बाद में इन सभी कार्यकर्ताओं को जमानत पर रिहा कर दिया.
जानिए क्या है पूरा मामला?
कुणाल कामरा ने अपने शो के दौरान एकनाथ शिंदे पर ‘गद्दार’ वाला बयान दिया था, जिसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ता भड़क गए. मुंबई पुलिस ने कामरा के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया है, वहीं स्टूडियो में तोड़फोड़ करने वाले 40 शिवसेना कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है.
रविवार रात शिवसेना कार्यकर्ताओं ने होटल युनिकॉन्टिनेंटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां हैबिटेट स्टूडियो स्थित था. उन्होंने स्टूडियो और होटल परिसर में तोड़फोड़ की. इसके बाद सोमवार को मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने स्टूडियो को अवैध निर्माण बताते हुए ध्वस्त कर दिया.
आदित्य ठाकरे ने दिया ये बयान
इस घटना को लेकर विपक्ष ने बीजेपी और शिवसेना सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सप्रल ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार राज्य को 'तालिबान जैसा' बनाना चाहती है. शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने तोड़फोड़ की निंदा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद हाल ही में कहा था कि आलोचना लोकतंत्र का अहम हिस्सा है, लेकिन उनकी सहयोगी पार्टी इसका उलट कर रही है.
उद्धव ठाकरे ने कामरा का समर्थन किया और कहा कि उन्होंने सिर्फ जनता की आवाज उठाई है. वहीं, महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि कानून सभी के लिए समान है, लेकिन वे तोड़फोड़ का समर्थन नहीं करते.
हैबिटेट स्टूडियो बंद
शिवसेना कार्यकर्ताओं की तोड़फोड़ और BMC की कार्रवाई के बाद हैबिटेट स्टूडियो की ओर से बंद का ऐलान किया गया है. इंस्टाग्राम पोस्ट में स्टूडियो ने लिखा, 'हम इस हमले से बहुत आहत और डरे हुए हैं. हर बार हमें कलाकारों की अभिव्यक्ति की कीमत चुकानी पड़ती है. हम अस्थायी रूप से बंद कर रहे हैं और भविष्य की रणनीति पर विचार करेंगे.'
कामरा की गिरफ्तारी की संभावना पर राज्य के मंत्री योगेश कदम ने कहा कि उनकी लोकेशन ट्रैक की जा रही है और कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी. इस बीच, राजनीतिक बयानबाजी और विरोध-प्रदर्शन जारी हैं.