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महाराष्ट्रः शक्ति प्रदर्शन का मंच बनेगी दशहरा रैली, शिंदे और उद्धव गुट ने कसी कमर

मुंबई में दशहरे के अवसर पर दो बड़ी रैलियां होंगी. एक ओर दादर के शिवाजी पार्क में उद्धव गुट की रैली होगी तो वहीं बीकेसी मैदान में शिंदे गुट ने रैली की भव्य तैयारी कर ली है. मंच सज चुका है. दोनों गुट दशहरा रैली के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन करेंगे.

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उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद 5 अक्टूबर यानी बुधवार को दशहरा रैली का आयोजन होगा. इस कार्यक्रम के जरिए शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं. दोनों गुट पूरा दमखम लगा रहे हैं. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को दादर के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की अनुमति मिली है. तो वहीं एकनाथ शिंदे गुट BKC मैदान में रैली का आयोजन करेगा. दोनों जगहों के बीच करीब 6.5 किलोमीटर की दूरी है. 

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मतलब, उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे खेमे के बीच एक और राजनीतिक टकराव के लिए मंच तैयार हो गया है. दोनों गुटों ने अपने-अपने कार्यक्रम स्थलों पर शिवसेना के कैडर को मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. वहीं आदित्य ठाकरे ने मंगलवार देर रात कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया. आदित्य ठाकरे ने बाल ठाकरे स्मृति स्थल पर भी शीश नवाया.

उद्धव ठाकरे ने मुंबई के 227 वार्डों में से प्रत्येक वार्ड से 4 बसों से कार्यकर्ताओं को लाने का जिम्मा अपने सभी विभाग प्रमुखों (जोनल प्रमुखों) को सौंपा है. उद्धव खेमे ने इस साल सिर्फ मुंबई से ही लगभग 50 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है. सूत्रों के मुताबिक मुंबई के अलावा पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के संपर्क प्रमुख (संचार प्रमुख) ट्रेनों से पहुंचने वाले कार्यकर्ताओं को कॉर्डिनेट करेंगे. 

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उद्धव के छोटे बेटे तेजस की हो सकती है राजनीति में एंट्री

यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि उद्धव अपने छोटे बेटे तेजस ठाकरे को पहली बार राजनीतिक मंच पर पेश कर सकते हैं. दरअसल,  दशहरा रैली के मंच से ही उद्धव के बड़े बेटे आदित्य ठाकरे को युवा संगठन युवा सेना के साथ दिवंगत बाल ठाकरे की उपस्थिति में राजनीति में उतारा गया था.

शिंदे खेमे ने झोंका दम

वहीं सीएम एकनाथ शिंदे के खेमे के मंत्रियों और विधायकों ने भी दशहरा रैली को सफल बनाने में अपना पूरा दम लगा दिया है. जानकारी के मुताबिक सभी विधायकों को प्रदेशभर से 5 से 10 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने का लक्ष्य दिया गया है. वहीं लगभग 4 हजार राज्य परिवहन की बसों और निजी गाड़ियों को बीकेसी मैदान पहुंचने और वापस जाने के लिए व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही कैडरों के लिए विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र की ट्रेनों को बुक किया गया है.

ट्रैफिक डायवर्ट किया गया

हालांकि, शिवसेना के इतिहास में पहली बार 2 प्रतिस्पर्धी रैलियों को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए दोनों जगहों पर लगभग 2 हजार पुलिस बल तैनात किया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक जाम को देखते हुए दोनों जगहों की ओर जाने वाले रास्तों को डायवर्ट कर दिया है. इसके अलावा, भीड़ के लिए मोबाइल टॉयलेट्स, खाने की स्टॉलों और पंडालों की व्यवस्था की गई है. 

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इस तरह की गई है व्यवस्था


दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान में उद्धव ठाकरे रैली को संबोधित करेंगे तो बांद्रा के बीकेसी मैदान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे. मनपा के पूर्व विपक्ष नेता विजय चौगुले ने महाराष्ट्र से आने वाले लोगों के खाने का इंतजाम किया है. मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण से आने वाले लोगों के सुबह के नाश्ते और खाने की सुविधा की गई है. महिलाओं के लिए अलग से वाशी के एक हॉल में व्यवस्था की गई है. तो पुरुषों के लिए वाशी के ही सिडको प्रदर्शन हॉल में इंतजाम किए गए हैं. सुबह जल्दी पहुंचने वाले लोगों को चाय और नाश्ता दिया जायेगा. और खाने का इंतजाम किया है.

(इनपुट- नीलेश पाटील)

 

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