महाराष्ट्र के सांगली में गुरुवार शाम करीब 5:18 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. जानकारी के मुताबिक वहां 2.7 तीव्रता का भूकंप आया है. भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी भीतर देखा गया है. भूकंप के झटके हल्के रहे होने के कारण ज्यादातर लोगों को इसकी भनक नहीं लगी. भूकंप के इस झटके से फिलहाल अभी तक जानमाल की कोई सूचना नहीं आई है.
महाराष्ट्र में इससे पहले 23 नवंबर को नासिक में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप सुबह 4:04 बजे आया था. भूकंप की तीव्रता 3.6 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी भीतर था. इससे पहले 15 नवंबर को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.4 थी. भूकंप का केंद्र धरती से 5 किलोमीटर नीचे थे.
नवंबर में इन राज्यों में भी आया था भूकंप
इससे पहले 29 नवंबर को दिल्ली-NCR में भूकंप के झटके महसूस किए गए था. यहां भी भूकंप की तीव्रता रेक्टर स्केल पर 2.5 मापी गई थी. नई दिल्ली का पश्चिमी क्षेत्र भूकंप का केंद्र रहा था, जिसकी गहराई पांच किलोमीटर थी.
इससे पहले 24 नवंबर को मेघालय के तुरा में सुबह 3:46 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इसकी तीव्रता 3.4 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी भीतर था.
22 नवंबर को लद्दाख के लेह और करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही. भूकंप का केंद्र करगिल से 191 किमी दूर उत्तर में था.
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिले में 16 नवंबर को रात 9 बजकर 21 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई है. भूकंप का केंद्र मंडी से 27 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में जमीन से 5 किलोमीटर की गहराई में था.
अरुणाचल प्रदेश में भी 16 नवंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. यहां सुबह करीब 09:55 बजे भूकंप आया था. इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.7 मापी गई थी. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अरुणाचल के बसर से 55 किलोमीटर दूर 10 किमी गहराई में था.
दिल्ली-एनसीआर में 12 नवंबर को दिल्ली-NCR और उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. भूकंप आने के बाद लोग घर और दफ्तरों से बाहर आ गए थे. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, बिजनौर में भूकंप के झटके लगे थे.
दिल्ली-एनसीआर में 9 नवंबर को भी भूकंप आया था. तब भारत, चीन और नेपाल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इसकी तीव्रता 6.3 थी. भारत में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत 7 राज्यों में भूकंप आया था. वहीं, नेपाल में भूकंप से सबसे ज्यादा तबाही की खबरें सामने आई थीं. भूकंप से न सिर्फ कई घर तबाह हो गए थे, बल्कि 6 लोगों की मौत हो गई थी.