कांग्रेस के पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी उर्फ बाबा जियारूद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ प्रवर्तन निर्देशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. ED ने बाबा सिद्दीकी की करीब 462 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया है.
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम से जुड़े अधिनियम (PMLA) के तहत ED ने कार्रवाई की है. ED ने हाल में ही बाबा सिद्दीकी और उसके खास बिल्डर रफीक मकबूल कुरैशी के खिलाफ छापेमारी की थी. ED ने मुम्बई सहित कई स्थानों पर छापेमारी की थी.
ED के मुताबिक मुम्बई के बांद्रा स्तिथ जमात-ए-जम्हूरियत मलिन बस्ती के पुनर्वास परियोजना में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया था. ED की ये कार्रवाई 108 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है. दरअसल, ये मामला साल 2012 में मुम्बई के एक स्थानीय थाना में दर्ज हुआ था. उसी मामले को आधार बनाते हुए ED ने ये मामला दर्ज किया था.
ED की मुम्बई टीम पिरामिड डेवलपर्स सहित कई संदिग्ध कंपनियों के खिलाफ भी तफ्तीश कर रही है. ये फर्जीवाड़ा उस वक्त का है जब बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष थे. फर्जी दस्तावेजों के सहारे कई लोगों ने एक से अधिक आवास लेने के लिए फर्जीवाड़ा किया था. इसके लिए अतिरिक्त फ्लोर स्पेस इंडेक्स की मंजूरी दी गयी थी.
अतिरिक्त बने आवास को बाद में मुंह मांगी कीमत पर बेचा गया था. इसमें डेवलपर्स कंपनियों ने करोड़ों रुपये कमाया था. ED ने पिरामिड डेवलपर्स के 33 फ्लैट्स को भी अटैच किया था. ED के मुताबिक एक्स्ट्रा FSI और SRA स्कीम की गंभीरता से तफ्तीश की जा रही है. जल्द ही कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई होने वाली है.