पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में 6 जगहों पर छापेमारी की है. वहीं ईडी ने एचडीआईल के निदेशकों और पीएमसी बैंक के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
पीएमसी बैंक के मैनेजमेंट पर आरोप है कि उसने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में आरबीआई को गलत जानकारी दी. पीएमसी बैंक के निलंबित हो चुके पूर्व एमडी जॉय थॉमस ने बताया है कि बैंक के जरिए दिए गए लोन का करीब 73 फीसदी हिस्सा सिर्फ एक कंपनी हाउिसंग डेवलपमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (HDIL) को दिया गया है, जो कि दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही है.
वहीं मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में सोमवार को शिकायत दर्ज की गई. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इसमें आरोप लगाया गया है कि बैंक प्रबंधन ने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण को छुपाया जिससे बैंक का कम से कम 4355 करोड़ रुपये लोन एनपीए हो गया है.
कैसे शुरू हुआ बवाल?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. आरबीआई ने यह कार्रवाई बैंकिग रेलुगेशन एक्ट, 1949 के सेक्शन 35ए के तहत की है. जिसके बाद बैंक के अंदर का मामला सामने आया.