प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने 1034 करोड़ रुपए के Land Scam Case केस में प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया है. प्रवीण राउत एचडीआईएल की सहयोगी कंपनी गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के निदेशकों में से एक है.
इससे पहले प्रवीण का नाम दिसंबर 2020 में PMC bank scam case में जांच के दौरान आया था. जांच एजेंसी को पता चला था कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने 2010 में शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया था, जिसका इस्तेमाल मुंबई के दादर में एक फ्लैट खरीदने में किया गया था. ईडी इन रुपयों के सोर्स की जांच कर रही है.
2018 में ईडी ने दर्ज किया था केस
प्रवीण राउत के साथ एचडीआईएल के प्रमोटर सारंग और राकेश वधावन भी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन में निदेशक थे. 2018 में, मुंबई पुलिस ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध विंग) ने वधावन और अन्य के खिलाफ म्हाडा प्राधिकरण और पात्रा चॉल के निवासियों को धोखा देने के आरोप में मामला दर्ज किया था.
गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने म्हाडा के साथ गोरेगांव में पात्रा चॉल में लैंड पार्सल के पुनर्विकास के लिए डील की थी. गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को 3000 से अधिक फ्लैटों का निर्माण करना था, इनमें से लगभग 672 पात्रा चॉल में रहने वाले लोगों को मिलना था. जबकि बाकी फ्लैट म्हाडा और गुरुआशीष के पास जाने थे.
आरोप है कि कंपनी ने फ्लैट्स का निर्माण नहीं किया और MHADA और पात्रा चॉल में रहने वाले लोगों के साथ ठगी करते हुए इस जमीन को 1034 रुपए में अन्य बिल्डर्स को बेच दी.
मंगलवार को ईडी ने मुंबई और पालघर में राउत के आवास और दफ्तरों पर छापे मारे. इसके बाद राउत को मंगलवार शाम को मुंबई में ईडी दफ्तर लाया गया. पूछताछ के दौरान राउत सहयोग नहीं कर रहे थे. ऐसे में ईडी ने राउत को गिरफ्तार कर लिया.