महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनकी सरकार की ओर से लगाये गये आपातकाल के दौरान अपने पिता की गिरफ्तारी को भी याद किया. वह यहां विधान परिषद में इंदिरा गांधी की जन्मशती पर उनकी प्रशंसा करने वाले एक प्रस्ताव को पेश करने के बाद अपनी बात रख रहे थे.
संबोधन के दौरान फडणवीस ने कहा कि हम इंदिरा गांधी की विचारधारा को पूरी तरह नहीं स्वीकार करते हैं. खास तौर पर मैं आपातकाल का विरोध करता हूं जिस दौरान मेरे पिता जनसंघ नेता गंगाधर फडणवीस और मेरी बुआ को 19 महीने जेल में गुजारने पड़े, पूरा राष्ट्र इससे बेहद पीड़ित था.
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सीएम फडणवीस ने कहा कि मुझ पूरा विश्वास है कि वह इंदिरा गांधी भी इस फैसले से निश्चित रूप से दुखी होंगी और बाद में अपने फैसले से असंतुष्ट होंगी. फडणवीस ने कहा कि देश के लिए इंदिरा गांधी के व्यापक योगदान को आपातकाल की वजह से अनदेखा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक करिश्माई नेता थीं. उनकी ही वजह से बांग्लादेश आजाद हो सका और वही थीं जिन्होंने हमारे देश को पाकिस्तान से सुरक्षित रखा.
फडणवीस का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब पीएम मोदी से लेकर सत्ताधारी बीजेपी के तमाम नेता और मंत्री कांग्रेस की पूर्व सरकारों और उनके नेताओं की आलोचना करते रहते हैं. सदन में भी बीजेपी की ओर से देश में आपातकाल लगाने के लिए इंदिरा गांधी की सार्वजनिक तौर पर आलोचना की जा चुकी है.