महाराष्ट्र के पुणे में आई तबाही के बीच कुदरत का करिश्मा दिखा. यहां मालिण गांव में मलबे के नीचे से एक 3 महीने की बच्ची को जिंदा निकाला गया. मालिण में अब भी राहत का काम जारी है.
बुधवार को भूस्खलन के दौरान एक पल में पुणे के मालिण गांव का नामों-निशान मिट गया. जहां चारों ओर मौत का मंजर था, वहीं से जिंदगी की एक मुस्कान भी दिखी.
तीन महीने की ये मासूम बच्ची मौत का हरा कर जिंदा है. तबाही का शिकार वो भी बनी थी. उस वक्त उसकी मां उसे दूध पिला रही थी. तभी मलबे का पहाड़ आया और पूरा परिवार के साथ मलबे के नीचे आ गया.
बचाव में जुटी रेस्कयू टीम को मलबे के नीचे से बच्ची की रोने की आवाज़ सुनाई पड़ी. फिर 6 घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची को निकाल लिया गया. खोज जारी रखने पर दो और लोग जिंदा मिले जो मासूम बच्ची के परिवार वाले हैं. सभी को मालिण से 60 किलोमीटर दूर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सभी खतरे से बाहर हैं.
इस बीच तेज बारिश की वजह से मालिण में आज सुबह से राहत का काम रुका पड़ा है. यहां से अब तक 30 लाशों को निकाला जा चुका है.
मालिण हादसे से सबक लेते हुए राज्य सरकार ने डिजास्टर रिलीफ टीम बनाने का ऐलान किया है. टीम में 400 लोग शामिल होंगे. ये टीम पूरी से ट्रेंड होंगी ताकि राहत के कामों मे मालिण जैसी लापरवाही न दिखे.