अमहदनगर जिले के पुणतांबे के किसानों ने राज्य के मुख्यमंत्री से मिलने के बाद हड़ताल वापस लेने से इंकार कर दिया है. किसानों ने घोषणा की है कि आठ जिलों के दूसरे किसनों और उनके नेताओं को साथ लिया जाएगा और फिर एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा.
अहमनगर, नासिक, कोल्हापुर, औरंगाबाद , अकोला, सांगली, बारामती पुणे और अन्य जिलों के किसान संघटन ने आज महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है.
किसानों ने रविवार को राज्य के हर बडे शहर में इस संबंध में बैठक की और उसके बाद उम्होंने घोषणा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और किसान नेता जयाजी सूर्यवंशी ने किसानों से हड़ताल खत्म करने का जो आग्रह किया था उसे मंजूर नहीं किया जा सकता क्योंकि सरकार ने किसानों की मांगे नहीं मानी है.
आंदोलन के चौथे दिन आंदोलनकारी किसानों के जोश में कोई कमी नहीं दिख रही है. औरंगाबाद के पछोड़ गांव में किसानों ने अपना विरोध प्रकट करने के लिए सड़क पर दूग्ध, फल और सब्जियां फेंक दीं. कोल्हापुर सब्जी मार्केट में किसानों ने सब्जियां सड़क पर फेंकी और रात में सब्जी बेचने आए किसानों को गुलाब का फूल भेंट करके उन्हें हड़ताल का महत्व समझाया.