लंबे समय से शिवसेना के नाम और सिंबल को लेकर लड़ाई जारी है. हाल ही में चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को दे दिया. इसके बाद से दोनों पक्षों में लगातार बयानबाजी हो रही है. बयानबाजी के बीच ही उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने चुनाव आयोग के फैसले के पीछे 2 हजार करोड़ की डील होने का आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा था कि यह फैसला पहले से ही सुनियोजित था. उनके इस बयान को लेकर ही अब नासिक में उनके खिलाफ केस दर्ज हो गया है. शिवसेना के एक पदाधिकारी योगेश बेलदार ने उनके खिलाफ नासिक के पंचवटी थाने में मामला दर्ज कराया है. बता दें कि राउत ने 19 फरवरी को मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान लेनदेन का आरोप लगाया था.
संजय राउत ने कहा था कि राज्य में एकनाथ शिंदे सरकार केंद्र सरकार के निर्देशानुसार काम कर रही है. उन्हीं (केंद्र) के दबाव में चुनाव आयोग ने भी ठाकरे गुट के खिलाफ फैसला सुनाया है. गृह मंत्री अमित शाह की उद्धव ठाकरे और पदाधिकारियों के खिलाफ आलोचना पर जब संजय राउत से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे चापलूसी बताया था. राउत ने इस दौरान आपत्तिजनक बयान भी दिया था. उन्होंने कहा था कि दिल्ली में शिंदे सेना और मुख्यमंत्री सरकार की सिर्फ हथेली नहीं चाट रहे.
इस बयान को ही आधार बनाकर शिंदे गुट के युवा सेना अधिकारी योगेश बेलदार ने पंचवटी थाने में शिकायत दर्ज कराई है. बेलदार की शिकायत के बाद रविवार देर रात राउत के खिलाफ धारा 500 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. बता दें कि ऐसा ही एक मामला तब भी हुआ था, जब राज्य में उद्धव ठाकरे गुट के नेतृत्व वाली सरकार थी. तब नासिक में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था, इस पर शिवसेना के पदाधिकारियों ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
ये आरोप भी लगाए थे...
> पेगासेस मामले में हमने आवाज उठाई तो सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई. SC क्लीन चिट देने का कारखाना बन गया है. यह देश देख रहा है कि प्रधान मंत्री मोदी किस तरह से अपने एक दोस्त का साथ दिए जा रहे हैं.
> इस्राइली कंपनी से मदद लेकर देश की एक पार्टी (bjp) EVM को टैम्पर करके चुनाव जीत रही है. ऐसा लेख दुनिया के एक बड़े अखबार में आया है, इसकी भी जांच होनी चाहिए.
> मैंने ट्वीट कर बताया है कि जिस तरह से हमने तीर-कमान चुनाव निशान और नाम छीनने के लिए 2000 करोड़ का लेन-देन हुआ है यह मेरा आरोप है. जो गद्दार गुट के लिए एक विधायक 50-50 करोड़ का भाव लगाते हैं, ऐसे पार्टी ने चुनाव निशान लेने के लिए जरूर इतनी रकम खर्च की होगी यह मुझे भरोसा है. इसके साबुत मैं जल्द दूंगा.
(रिपोर्ट: प्रवीण ठाकरे)