महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में दवा कंपनी में आग लगने की घटना में अब तक आठ शव बरामद किए जा चुके हैं. एनडीआरएफ की टीम अब भी सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई है. तीन लापता लोगों की तलाश जारी है. रायगढ़ पुलिस ने बताया कि डीएनए परीक्षण के जरिए पहचान करने के लिए 11 लोगों के परिजनों से नमूने लिए गए थे. इन 11 लोगों को आग लगने के बाद लापता घोषित कर दिया गया था.
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के अधिकारी ने बताया कि रायगढ़ जिले से करीब 170 किलोमीटर MIDC महाड में ब्लू जेट हेल्थकेयर में शुक्रवार सुबह 11 बजे आग लगी थी. अगले दिन सुबह 7 बजे यहां से चार शव बरामद किए गए, शाम 5 बजे तक चार और शव मिले. आग लगने के बाद से 11 लोग लापता थे, इसलिए तीन अन्य की तलाश अब भी की जा रही है.
शॉर्ट सर्किट को आग की वजह मान रही पुलिस
पुलिस प्रारंभिक जांच के मुताबिक आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट को मान रही है. आग लगने के बाद दवा कंपनी में रखे केमिकल से भरे बैरल फट गए थे, जिससे आग और तेज हो गई.
कंपनी की मैनुफेक्चरिंग यूनिट में पहले भी लगी आग
ब्लू जेट हेल्थकेयर में आग लगने का यह केस पहली बार सामने नहीं आया है. इससे पहले 11 जून को महाराष्ट्र के ठाणे के अंबरनाथ शहर में भी इस कंपनी की मैनुफेक्चरिंग यूनिट में आग लग गई थी. इस हादसे में एक मजदूर की मौत हुई थी, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.
जोरदार ब्लास्ट के बाद मच गई थी अफरातफरी
तब ठाणे नगर निगम ने बताया था कि ब्लू जेट हेल्थकेयर कंपनी के एक केमिकल सेक्शन में विस्फोट के बाद आग लगी और यूनिट के अन्य हिस्सों में फैल गई थी. यह घटना एमआईडीसी यूनिट 2 में ब्लू जेट हेल्थकेयर के नाइट्रेशन प्लांट में एएमपी गेट के पास हुई थी. आग लगने के बाद एक जोरदार ब्लास्ट हुआ था. इससे अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था.