महाराष्ट्र वन विभाग ने चंद्रपुर जिले के पोमभुरना तहसील के डोंगाहल्दी गांव में पास जंगल में मंगलवार की शाम एक बाघ को गोली मारने को सही ठहराया और कहा कि उस बाघ के सात हमलों में पांच व्यक्तियों को जान गंवानी पड़ी थी.
मुख्य वन संरक्षक (चंद्रपुर मंडल) संजय ठाकरे ने गुरुवार की शाम अपने कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बाघ को गोली मारने के पीछे किसी तरह के राजनीतिक दबाव से इनकार किया.
उन्होंने कहा कि बाघ को काबू में करने के सभी प्रयास असफल हो गए और इसलिए बाघ को अंतत: गोली मारनी पड़ी.