scorecardresearch
 

48 साल बाद महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने छोड़ी कांग्रेस

बाबा सिद्दीकी ने राजनीति की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की थी. पहली बार बीएमसी में Corporator के रूप में चुने गए. सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम से महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं.

Advertisement
X
बाबा सिद्दीकी
बाबा सिद्दीकी

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. करीब 48 साल तक कांग्रेस का सदस्य रहने के बाद अब उन्होंने पार्टी छोड़ दी. उनके इस फैसले ने सबको चौंका दिया. इस्तीफा देने बाद उन्होंने कहा कि ऐसा बहुत कुछ है जिसे वह व्यक्त करना चाहेंगे, लेकिन जैसा कि कहा जाता है कि कुछ चीजें अनकही ही रह जाएं तो बेहतर है.

Advertisement

सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में, पूर्व राज्य मंत्री सिद्दीकी ने कहा, 'मैं एक युवा किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था और यह 48 वर्षों तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही. आज मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.'

बाबा सिद्दीकी ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेताओं ने अपने बयानों में कहा था कि सिद्दीकी के महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाले पार्टी के गुट में शामिल होने की उम्मीद है. सिद्दीकी और उनके विधायक बेटे जीशान की 1 फरवरी को पवार से मुलाकात के बाद एनसीपी नेताओं ने यह अटकलें लगाईं थी.

बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रहे सिद्दीकी पूर्व राज्य मंत्री (फूड एण्ड सिविल सप्लाइज) थे. वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुंबई डिवीजन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उन्होंने राजनीति की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की थी और पहली बार बीएमसी में Corporator के रूप में चुने गए.

Advertisement

सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम से महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार के सामने हार का सामना करना पड़ा था.

Live TV

Advertisement
Advertisement