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अनिल देशमुख पर आरोप लगाने वाले पत्र की सत्यता पर बोले परमबीर, हां मैंने ही भेजा है

मुख्यमंत्री सचिवालय को जिस ईमेल आईडी से पत्र मिला है वो परमबीर सिंह की सरकारी ईमेल आईडी से नहीं भेजा गया है. सचिवालय को ये मेल paramirs3@gmail.com आईडी से मिला है, जोकि परमबीर का आधिकारिक मेल नहीं है.

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मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (फाइल फोटो)
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • परमबीर ने पत्र लिखकर गृहमंत्री पर आरोप लगाया है
  • जिस ईमेल आईडी से पत्र आया है वो सरकारी नहीं
  • परमबीर ने कहा- वे सरकारी मेल से भी पत्र भेजेंगे

मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारी सचिन वाजे (जोकि एंटीलिया मामले में मुख्य आरोपी भी हैं) को गृहमंत्री गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उनके लिए 100 करोड़ रुपये प्रति महीने वसूली करने के लिए कहा था. इस पत्र के आने के बाद से राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया है. भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की है.

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इस पत्र की सत्यता पर तब प्रश्न खड़े होने लगे जब ये पता चला कि जिस ईमेल आईडी से ये पत्र भेजा गया है वो परमबीर की आधिकारिक ईमेल आईडी है ही नहीं. जिसके बाद मुख्यमंत्री सचिवालय भी इस पत्र की सत्यता जानने में लग गया. इसके बाद अब परमबीर सिंह ने साफ कर दिया कि ये पत्र उन्होंने ही भेजा है और वे जल्द ही आधिकारिक ईमेल आईडी से भी पत्र को भेज देंगें.

बता दें कि मुख्यमंत्री सचिवालय को जिस ईमेल आईडी से ये पत्र मिला है वो paramirs3@gmail.com है, जोकि परमबीर का आधिकारिक मेल नहीं है. करीब 4.37 मिनट पर उद्धव ठाकरे के सचिवालय को मिले इस मेल पर परमबीर का नाम भर हैं.

चौकाने वाला तथ्य ये भी था कि परमबीर सिंह द्वारा जो निजी आईडी सरकार को दी हुई है वह parimbirs@hotmail.com है. यानी ये भी वो ईमेल आईडी नहीं है जिससे कथित पत्र आने की बात कही जा रही है. इसलिए इस पत्र की ईमेल आईडी को लेकर लोगों के मन में शक बन गया कि ये पत्र फर्जी भी हो सकता है. लेकिन परमबीर के स्पष्टीकरण के बाद से अब साफ हो गया है कि ये पत्र उन्होंने ही भेजा है.

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राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी इन गंभीर आरोपों को लेकर मीटिंग की है, जिसमें मुख्य सचिव और एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (होम) और अन्य अधिकारी मौजूद रहे. फिलहाल मुख्यमंत्री कोरोना टेस्ट कराने की प्रक्रिया में हैं क्योंकि उनके बेटे आदित्य ठाकरे को कोरोना हो गया है, जिसकी जानकारी उन्होंने ट्विटर पर दी थी.

 

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