पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे प्रणब मुखर्जी आज नागपुर में होने वाले RSS के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लेंगे. प्रणब मुखर्जी शाम करीब 6.30 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तृतीय वर्ष ओटीसी (ऑफिसर्स ट्रेनिंग कैंप) के भावी स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे. इस दौरान करीब संघ के 700 स्वयंसेवक मौजूद रहेंगे. पूरे देश की इस बात पर नज़र है कि आखिर प्रणब मुखर्जी नागपुर में क्या बोलेंगे, अभी तक जिस तरह कांग्रेस संघ की विचारधारा और नीति का हमेशा विरोध करता रहा है ऐसे में उसका ही एक बड़ा नेता संघ के कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बन रहा है. कांग्रेस भी करीबी से प्रणब दा के भाषण पर नज़र बनाएगी.
जब से प्रणब मुखर्जी ने RSS का निमंत्रण स्वीकार किया है, तभी से इसपर बवाल मचा हुआ है. पूर्व राष्ट्रपति की बेटी समेत कई कांग्रेस दिग्गजों ने ही इस एक्शन का विरोध किया, तो वहीं संघ और बीजेपी ने लगातार इसका बचाव किया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत मुख्य वक्ता होंगे.
पिता प्रणब मुखर्जी के आरएसएस कार्यक्रम में शामिल होने से उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी नाखुश हैं. उन्होंने प्रणब मुखर्जी को नसीहत दी है. शर्मिष्ठा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उम्मीद है आज कि घटना के बाद प्रणब मुखर्जी इस बात को मानेंगे कि बीजेपी किस हद तक गंदा खेल सकती है.
उन्होंने लिखा कि यहां तक कि आरएसएस भी इस बात पर विश्वास नहीं करेगा कि आप अपने भाषण में उनके विचारों का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि भाषण तो भुला दिया जाएगा, लेकिन तस्वीरें बनी रहेंगी और उनको नकली बयानों के साथ प्रसारित किया जाएगा.
पूरी खबर यहां पढ़ें... शर्मिष्ठा की पिता प्रणब मुखर्जी को नसीहत- आपका गलत इस्तेमाल कर सकता है RSS
कई दिग्गज कांग्रेसियों ने किया है विरोध
प्रणब के नागपुर में आरएसएस मुख्यालय जानने से सिर्फ उनकी बेटी शर्मिष्ठा नाखुश नहीं हैं. पी. चिदंबरम, जयराम रमेश, सीके जाफ़र शरीफ़ कांग्रेस के कई नेता भी प्रणब के विरोध में बयान दे चुके हैं. वहीं बुधवार को इन कांग्रेसी नेताओं की बयानबाजी के जवाब में RSS के थिंक-टैंक कहे जाने वाले मनमोहन वैद्य ने एक लेख लिखा. इसमें उन्होंने प्रणब के विरोध को कांग्रेस का बैद्धिक आतंकवाद करार दिया है.
जो बोलना है नागपुर में बोलूंगा- प्रणब मुखर्जी
इसके पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस के नेताओं ने ये नसीहतें दी कि वो क्या बोलें और क्या न बोलें. हालांकि प्रणब मुखर्जी ने इन सबको दो टूक जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'मुझे जो बोलना होगा, मैं वहीं बोलूंगा. और नागपुर में जाकर ही बोलूंगा. मेरे पास कई चिट्ठियां और फोन कॉल आए हैं. मैंने किसी का जवाब नहीं दिया है.'
इसे भी पढ़ें... प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रम में जाने पर आखिर विरोध क्यों?
इस इवेंट का क्या मकसद?
गौरतलब है कि गर्मियों के दौरान आरएसएस पूरे देश में अपने स्वयंसेवकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है. तृतीय वर्ष का अंतिम प्रशिक्षण शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में आयोजित किया जाता है. अक्सर तृतीय वर्ष प्रशिक्षण हासिल करने के बाद ही किसी स्वयंसेवक को आरएसएस का प्रचारक बनने के योग्य माना जाता है.
कई और मेहमान भी होंगे शामिल
RSS के तृतीय शिक्षा वर्ग के समापन पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित सात अन्य अतिथियों को भी निमंत्रित किया है. उनमें उद्योग घराने के लोग भी शामिल हैं. इनमें अरविंद मिल्स के संजय लाल भाई, मफतलाल इंडस्ट्रीज केविशाल मफतलाल, सीसीएल प्रोडक्ट के राजेंद्र प्रसाद, फुटबॉलर कल्याण चौबे, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते अर्धैनंदु बोस, शास्त्री जी के सुपुत्र सुनील शास्त्री, अमेरिका स्थित इन्फिनिटी फाउंडेशन के संस्थापक राजू मल्होत्रा भी शामिल हो सकते हैं.