महाराष्ट्र के कोल्हापुर शहर में नौ सड़कों पर टोल टैक्स कलेक्शन के खिलाफ आंदोलन ने रविवार को उस समय हिंसक रूप ले लिया जब शिवसेना कार्यकर्ताओं ने टोल टैक्स वसूली के खिलाफ चार टोल बूथ पर तोड़फोड़ की. टोल संग्रह के खिलाफ शिवसेना ने सोमवार को कोल्हापुर में बंद का आह्वान किया है.
पुलिस ने कहा कि कोल्हापुर में उसने बूथ पर तोड़फोड़ करने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. इस हमले के लिए शिसैनिकों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. पुलिस ने कहा कि बूथ पर हुए हमलों में किसी के भी घायल होने की सूचना नहीं है.
कुछ प्रदर्शनकारियों ने निजी कंपनी आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलर्प्स के कार्यालय में तोड़फोड़ की जो शहर में आने वाली नौ सड़कों पर टोल बूथ का प्रबंधन करती है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आंदोलनकारियों को शांत रहने की अपील की.
चव्हाण ने मुम्बई में कहा, ‘मैं कोल्हापुर में स्थिति की निगरानी कर रहा हूं. मेरी उस पर नजर है. कानून एवं व्यवस्था को भंग नहीं होना चाहिए. हम (टोल मुद्दे पर) हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इस मुद्दे पर चर्चा दो दिन पहले हुई थी और संभावना है कि हल निकल आएगा.’
कोल्हापुर के प्रभारी मंत्री एवं राज्य सहकारी मंत्री हर्षवर्धन पाटिल ने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. उन्होंने कहा, ‘वास्तविक मुद्दा वहां पर टोल टैक्स कलेक्शन को रद्द करना है.’ शहर के निवासी नौ सड़कों पर टोल संग्रहण के खिलाफ बीते तीन सालों से आंदोलन कर रहे हैं.
एंटी टोल एक्शन कमेटी के 10 से अधिक सदस्यों ने छह दिन पहले यह कहते हुए भूख हड़ताल शुरू की थी कि वे अपनी भूख हड़ताल टोल टैक्स कलेक्शन वापस लेने से पहले समाप्त नहीं करेंगे.
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री सातेज पाटिल और श्रम मंत्री हसन मुशरिफ ने कथित तौर पर भूख हड़ताल पर बैठे कार्यकर्ताओं से मिलने गए थे और उन्हें भरोसा दिया था कि सरकार कंपनी को टोल संग्रहण रोकने के लिए कहेगी. हालांकि उसके विपरीत रविवार को टोल बूथ पर वसूली जारी थी जिससे यह हिंसा हुई.