कंपनी के साथ चीटिंग कर करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले अकाउंटेंट से इंश्योरेंस स्कीम में पैसे डबल करने का झांसा देकर ने कुछ ठगों ने चूना लगा दिया. इस बात का खुलासा तब हुआ जब कंपनी ने फोरेंसिक ऑडिट कराई तो उसका एक कर्मी गबन का दोषी पाया गया. इस मामले में जब उस धोखेबाज कर्मी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसके भी सारे पैसे कुछ लोगों ने इंश्योरेंस के नाम पर ठग लिये.
मिली जानकारी के अनुमसार मुंबई के एक नामी कंपनी के अकाउंटेंट ने अपने कंपनी के साथ धोखाधड़ी कर एक करोड़ रुपये का गबन कर लिया. इसके बाद उसने पैसा दोगना करने के चक्कर में सारे रुपये इंश्योरेंस स्कीम में लगा दिये, जो कि फर्जी निकला और उसके पूरे एक करोड़ रुपए गायब हो गए.
इलेक्ट्रिक कंपनी में अकाउंटेंट था आरोपी
आरोपी सुधीर मापुसकर पिछले कई सालों से एक इलेक्ट्रिक एंड मैकेनिक वर्क्स कंपनी में कार्यरत था. पुराना कर्मचारी और भरोसेमंद होने के नाते कंपनी के मालिक में सुधीर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी. इसके तहत कंपनी में जो पैसे आते थे उसका ओटीपी सुधीर के पास ही आता था. इस तरह पैसों का लेनदेन सुधीर देखने लगा.
सात साल में थोड़ा-थोड़ा करके एक करोड़ तक किया था गबन
कुछ समय बाद सुधीर के मन में लालच है और उसने कंपनी के एक करोड़ रुपये का गबन कर लिया. 2016 से 2023 तक थोड़े-थोड़े पैसे कर सुधीर मापुसकर ने करोड़ों का गबन कर लिया. उसने कंपनी के पैसे इंश्योरेंस कंपनी में डाल दिए. जब कंपनी ने अपना फॉरेंसिक ऑडिट कराया तब उनको इस गबन का पता चला.
कंपनी के ऑडिट में हुआ खुलासा
इसके बाद कंपनी ने पुलिस में शिकायत की. तब पुलिस ने सुधीर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जब सुधीर के खिलाफ चार्जशीट फाइल की तब जाकर इन सारी बातों का खुलासा हुआ. आरोपी सुधीर ने पुलिस को बताया कि 2021 में चार लोग उसके पास आए थे और उसे इंश्योरेंस स्कीम में पैसे डबल करने का लालच देकर उससे पैसे लिए लेकिन उसके बाद से वह लोग फरार हो गए.