scorecardresearch
 

गढ़चिरौली हमलाः 40 दिन में 13 अलर्ट, 40 नक्सलियों की बनाई गई थी टीम

नक्सली हमले को लेकर 21 मार्च को पहली बार इनपुट साझा किया गया था. इसके बाद से लेकर हमला होने तक एक दर्जन से ज्यादा बार इनपुट साझा किया गया. 27 अप्रैल को गढ़चिरौली के गुंडुरवाही जंगल क्षेत्र में नक्सली नेता रामको महाराष्ट्र पुलिस की C-60 टीम के साथ एनकाउंटर में मारा गया था. इस एनकाउंटर के बाद से ही नक्सली हमले की आशंका बढ़ गई थी.

Advertisement
X
गढ़चिरौली में बुधवार को हुए नक्सली हमले में 15 कमांडो शहीद हो गए थे (फोटो-एजेंसी)
गढ़चिरौली में बुधवार को हुए नक्सली हमले में 15 कमांडो शहीद हो गए थे (फोटो-एजेंसी)

Advertisement

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में एक दिन पहले हुए नक्सली हमले को लेकर खुफिया एजेंसियों ने पिछले 40 दिनों में 13 अलर्ट जारी किए गए थे. खुफिया एजेंसियों ने पिछले साल 40 नक्सलियों को मार गिराया था. इसके बाद ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही थी की नक्सली बदला लेने की कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं. यह भी इनपुट दिया गया था कि यह हमला गढ़चिरौली के दो पुलिस स्टेशनों के बीच हो सकता है. सूत्रों के अनुसार, 40 नक्सलियों को हमले के लिए लगाया गया था.

नक्सली हमले को लेकर 21 मार्च को पहली बार इनपुट साझा किया गया था और इसके बाद से लेकर इस हमले को लेकर एक दर्जन से ज्यादा बार इनपुट साझा किया गया. 27 अप्रैल को गढ़चिरौली के गुंडुरवाही जंगल क्षेत्र में नक्सली नेता रामको महाराष्ट्र पुलिस की C-60 टीम के साथ एनकाउंटर में मारा गया था. इस एनकाउंटर के बाद से ही नक्सली हमले की आशंका बढ़ गई थी.

Advertisement

हमले के लिए 40 नक्सलियों की टीम

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में बुधवार को नक्सलियों की ओर से एक सुरक्षा वाहन को निशाना बनाकर किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में 15 कमांडो शहीद हो गए और चालक की मौत हो गई. इस हमले के बाद इंडिया टुडे को ऐसी जानकारी मिली कि खुफिया एजेंसियों की ओर से नक्सली हमले का इनपुट दिया गया था. दक्षिणी गढ़चिरौली के कंसासुर में 40 नक्सली मारे गए थे और इसके बाद से ही जवाबी हमले की आशंकी जताई जा रही थी.

खबरों के अनुसार, ऐसी जानकारी मिली थी कि नक्सली नेता भास्कर हुचामी ने कंसासुर घटना का बदला लेने के लिए लाहिरी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में अहम बैठक बुलाई थी. एक मई को जिस जगह नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया वो इन्हीं 2 पुलिस स्टेशनों के बीच पड़ता है. इनपुट के अनुसार नक्सली हमले की आशंका दो पुलिस स्टेशनों कुरखेड़ा और पुरदा के बीच जताई जा रही थी.

सूत्र बताते हैं कि 40 नक्सलियों की हत्या की पहली बरसी, फिर 27 अप्रैल को एक नक्सली नेता की हत्या का बदला लेने के लिए एक मई को मजदूर दिवस के दिन को धमाका के लिए सही माना गया. सूत्रों के अनुसार, इस हमले के लिए 40 नक्सलियों की टीम बनाई गई थी.

Advertisement

2009 में हुई थी ऐसी ही घटना

ऐसी ही एक घटना 2009 में घटी थी जब माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाते हुए घटनास्थल के पास कई गाड़ियों में आग लगा दी थी. फिर उस घटना में गढ़चिरौली में 17 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे. हमले की ऐसी ही वारदात एक बार फिर एक मई को दोहराई गई.

एक मई को पुराने हमले को दोहराते हुए नक्सलियों ने महाराष्ट्र पुलिस के प्रतिष्ठित सी-60 कमांडो को ले जा रहे वाहन को कुरखेड़ा क्षेत्र में दोपहर विस्फोट कर उड़ा दिया. इस घटना से 10 घंटे पहले नक्सलियों ने गढ़चिरौली के दादरपुर गांव में सड़क निर्माण से जुड़े कम से कम 36 वाहनों और एक सड़क निर्माण कांट्रेक्टर के 2 साइट कार्यालयों को जला दिया था.

सूत्रों के अनुसार, सी-60 बल को रास्ते में जंगली क्षेत्र में सुनसान सड़क पर कथित तौर पर गिरे हुए पेड़ मिले. जब वे सड़क से पेड़ हटाने के लिए उतरे, विस्फोट हो गया और कमांडो तत्काल घटनास्थल पर ही शहीद हो गए. महाराष्ट्र पुलिस के महानिदेशक सुबोध जायसवाल ने कहा कि 15 कर्मियों को ले जा रहा एक सुरक्षा वाहन बारूदी सुरंग विस्फोट की चपेट में आ गया और इसके साथ ही एक निजी वाहन भी इसकी जद में आ गया.

Advertisement

गढ़चिरौली में चुनाव पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को हो चुका है और वास्तव में राज्य की सभी 48 लोकसभा सीटों पर चुनाव 29 अप्रैल को समाप्त हो चुका है.

Advertisement
Advertisement