इस साल महाराष्ट्र के लातूर में अलग तरह का गणपति विसर्जन देखने को मिल सकता है. दरअसल लातूर में जिला प्रशासन ने गणपति विसर्जन पर रोक लगा रखी थी, ऐसे में यहां पर गणपति विसर्जित नहीं होंगे बल्कि मूर्ति बनाने वालों को बांट दिए जाएंगे. इलाके में पानी की किल्लत को देखते हुए यह फैसला लिया गया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लातूर जिला मजिस्ट्रेट जी. श्रीकांत ने बताया, "बारिश नहीं होने के कारण लातूर में पानी की कमी हो गई है. ऐसे में पानी में विसर्जन करने की इजाजत नहीं दी गई है. इसके बजाए हम विसर्जित होने वाली मूर्तियों को शिल्पकारों को मुफ्त बांटेंगे."
Latur: Ganpati idols submitted to District Administration instead of being immersed in water, after District Magistrate passed an order not to immerse the idols in view of lack of rainfall. #Maharashtra pic.twitter.com/NOySTEyvnR
— ANI (@ANI) September 14, 2019
बता दें प्रशासन के इस फैसले के बाद शनिवार को जिला कलेक्टर के कार्यालय में गणपति की मूर्तियों की लाइन लग गई. मूर्तियों के विसर्जन की जगह उन्हें एक जगह जमा करके डीएम ऑफिस ले जाकर रखा गया है.