वामपंथी नेता गोविंद पनसारे हत्या मामले की जांच कर रही महाराष्ट्र एसआईटी की टीम की ओर से दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था से जुड़े 3 लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद कोल्हापुर कोर्ट ने उन्हें 16 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
इससे पहले गोविंद पनसारे हत्याकांड की जांच करने वाली महाराष्ट्र पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 3 आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद आज शुक्रवार को कोल्हापुर कोर्ट में पेश किया जहां से आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
4 साल पहले 16 फरवरी 2015 को गोविंद पनसारे और उनकी पत्नी उमा पर कुछ अज्ञात बाइक सवारों ने कोल्हापुर में गोली मार दी. कोल्हापुर स्थित उनके घर के पास ही यह वारदात हुई. घटना के 4 दिन बाद 20 फरवरी को अस्पताल में गोविंद पानसरे ने दम तोड़ दिया. पनसारे सीपीआई के वरिष्ठ नेता थे.
सनातन संस्था से जुड़े तीनों आरोपी
दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था से जुड़े 3 आरोपियों में से एक सचिन एंड्योर है, जो कथित शूटर है और 2013 में पुणे में हुए नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में शामिल था. दाभोलकर की हत्या में एंड्योर को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और आज जब एसआईटी ने उसे गिरफ्तार किया तो वो न्यायिक हिरासत में था.
सचिन के अलावा अन्य 2 आरोपियों की पहचान अमित बद्दी और गणेश मिशकिन के रूप में हुई. उन्हें भी अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 16 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया.
इससे पहले गोविंद पनसारे हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने सनातन संस्था से जुड़े वीरेंद्र सिंह तावड़े को इस हत्या का दूसरा आरोपी बनाया था. पनसारे हत्याकांड में तावड़े की गिरफ्तारी 2 सितंबर 2016 को हुई थी.
इसी हत्याकांड में समीर गायकवाड़ को भी आरोपी बनाया गया. उसे 16 सितंबर 2016 को सांगली से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने 14 दिसंबर 2015 को गायकवाड़ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इस केस के जांच अधिकारी एएसपी सुहेल शर्मा ने 438 पन्नों की चार्जशीट जज के सामने पेश की थी.