पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड से जुड़े घोटाला मामले में एचडीआईएल के प्रमोटर और मुख्य आरोपियों ने जांच एजेंसी से संपत्ति बेचकर कर्ज चुकाने का अनुरोध किया है. बुधवार को दोनों आरोपियों (राकेश और सारंग वधावन) ने ईडी, ईओडब्ल्यू, वित्त मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक, राज्यपाल, उप राज्यपाल को पत्र लिखकर गुजारिश की कि उनकी जब्त संपत्ति को बेचकर पीएमसी बैंक का कर्ज चुकाया जाए.
इस पत्र के मुताबिक जिस HDIL कंपनी को कर्ज देने की वजह से PMC बैंक पर बैन लगा, उसी HDIL के प्रमोटर और आरोपी अब चाहते हैं कि उनके जब्त यॉट, कार, प्लेन, बाइक को मार्केट में बेचकर उनके बैंक का लोन चुकाने की प्रक्रिया शुरू की जाए.
HDIL के प्रमोटर राकेश और सारंग वाधावान ने पत्र में कहा है कि हम FIR में दर्ज अपने ऊपर लगे मनी लांड्रिंग के आरोपों को खारिज करते हैं और हम गुजारिश करते हैं कि हमारी जब्त की गई संपत्तियों को बाजार के हिसाब से बेचकर उससे मिली रकम से बैंक से लिए गए हमारे लोन चुकाने की प्रक्रिया शुरू की जाए.
प्रमोटरों ने पत्र में जिन चीजों को बेचने की गुजारिश की है उसमें फेरिटी यॉट, फाल्कन एयरक्राफ्ट, आयातित ऑडी कार, रॉल्स रॉयस फेंटम, बेंटले कॉन्टिनेंटल और 7 सीटर स्पीड बोट वगैरह शामिल हैं.
पीएमसी बैंक घोटाले का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हो चुका है. कोर्ट इस पर 18 अक्टूबर को सुनवाई करेगा. बता दें कि इस घोटाले में करीब 16 लाख खाताधारक प्रभावित हैं.
बता दें कि बीते दो दिनों में 2 जमाकर्ता आत्महत्या कर चुके हैं जिनकी मौत के खिलाफ पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के 100 से ज्यादा जमाकर्ताओं ने एस्पलेनेड कोर्ट के बाहर बुधवार को न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.
यहां की एक कोर्ट ने एचडीआईएल के दो निदेशकों (राकेश वधावन व सारंग वधावन) और पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन एस. वारयाम सिंह को 23 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इन लोगों को बैंक में 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था.
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे और भारतीय रिजर्व बैंक के खिलाफ नारे लगा रहे थे. आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर 23 सितंबर को प्रतिबंध लागू किया.