महाराष्ट्र के लातूर जिले में लातूर-नांदेड़ हाईवे पर स्थित नांदगांव के पास एक सड़क कट राहगीरों और वाहन चालकों के लिए मौत का कारण बनता जा रहा है. इस महीने में इस कट के कारण तीन बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनके सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं. लगातार हो रही दुर्घटनाओं से स्थानीय नागरिकों में भय और रोष व्याप्त है. इन घटनाओं ने सड़क सुरक्षा उपायों की कमी और प्रशासन की अनदेखी को उजागर किया है.
पहला हादसा 3 मार्च 2025 को हुई
इस क्रॉस पर पहला बड़ा हादसा 3 मार्च को हुआ जब एक बाइक सवार की लापरवाही के चलते 42 यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई. अहमदपुर से लातूर जा रही एक बस के सामने अचानक एक बाइक सवार आ गया, जिसे बचाने के प्रयास में बस चालक ने हाईवे पर ही तेज मोड़ लिया. इससे बस का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क पर पलट गई. इस हादसे में बस में सवार तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
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दूसरा हादसा 4 मार्च 2025 को हुई
पहली घटना के ठीक अगले ही दिन, यानी 4 मार्च को इसी कट पर दूसरा हादसा हुआ. इस बार एक तेज रफ्तार SUV (डस्टर कार) ने सड़क पार कर रहे बाइक सवार को टक्कर मार दी. इस भयानक टक्कर में बाइक सवार व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई.
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तीसरा हादसा 12 मार्च 2025 को हुई
तीसरा हादसा 12 मार्च को हुआ, जब एक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार ने बाइक सवार दो लोगों को टक्कर मार दी. इस हादसे में बाइक चला रहे व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पीछे बैठी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है.
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स्थानीय नागरिकों और संगठनों का विरोध
लगातार हो रही इन दुर्घटनाओं को देखते हुए सामाजिक संगठन 'सेवा आधार संस्था' ने इस कट पर सुरक्षा उपायों की मांग को लेकर आंदोलन छेड़ दिया है. संस्था के अध्यक्ष विशाल भोपनीकर ने इस कट को दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बताते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी से यहां उचित ट्रैफिक संकेतक लगाने और संभव हो तो एक फ्लाईओवर ब्रिज के निर्माण की मांग की है. उनका कहना है कि यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह स्थान और भी कई जानलेवा दुर्घटनाओं का गवाह बन सकता है.
प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
स्थानीय लोग प्रशासन की लापरवाही को लेकर भी नाराज हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार दुर्घटनाओं के बावजूद यहां कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए. न ही कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी इस क्रॉस को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया है. लोगों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए, ताकि और जानें न जाएं.
जरूरी सुधार और सुरक्षा उपाय
विशेषज्ञों के अनुसार, इस कट पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तेज गति से आने वाले वाहनों को नियंत्रित करने के लिए स्पीड ब्रेकर और स्पष्ट संकेतक लगाए जाने चाहिए. अगर संभव हो तो इस क्रॉस को सुरक्षित बनाने के लिए फ्लाईओवर या अंडरपास का निर्माण किया जाए. यहां ट्रैफिक पुलिसकर्मी की स्थायी नियुक्ति की जाए, जो सड़क पार करने वाले वाहनों को नियंत्रित कर सके. साथ ही हाईवे के इस हिस्से में आवश्यक बदलाव किए जाएं ताकि यहां वाहनों को सुरक्षित ढंग से क्रॉस करने का मौका मिल सके.