महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. यहां भाजपा ने राज्यसभा की छह में से तीन सीटों पर जीत हासिल कर ली है. वहीं हार के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन ने कई तरह के आरोप लगाे हैं.
सत्ताधारी गठबंधन की तरफ से काउंटिंग में आठ घंटे की देरी को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं. बीजेपी और शिवसेना दोनों ने क्रॉस वोटिंग होने और वोटों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी, इस कारण आठ घंटे की देरी से काउंटिंग शुरू हुई थी.
राज्यसभा चुनाव के कांटे के मुकाबले में महाविकास अघाड़ी को बीजेपी ने तगड़ा झटका दिया है. बीजेपी के तीनों उम्मीदवार पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक जीत गए हैं. जबकि शिवसेना के संजय राउत, एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी ने जीत हासिल की.
महाराष्ट्र की छह सीटों पर सात उम्मीदवार थे. छठी सीट के लिए शिवसेना के संजय पवार और बीजेपी के धनंजय महादिक में मुकाबला कांटे का था. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए ये प्रतिष्ठा की लड़ाई थी लेकिन वो अपने उम्मीदवार जितान में नाकाम रहे.
MVA उम्मीदवार की हार के लिए आयोग जिम्मेदार
वहीं संजय राउत ने MVA के चौथे उम्मीदवार की हार के लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार है. चुनाव आयोग ने हमारे एक वोट को अमान्य कर दिया. हमने दो वोट को लेकर विरोध किया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. चुनाव आयोग ने उनका (बीजेपी का) साथ दिया है.
पीयूष गोयल, पटेल, प्रतापगढ़ी ने मारी बाजी
केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार पीयूष गोयल 48 वोट हासिल करने में कामयाब रहे. इसके अलावा बीजेपी के एक और उम्मीदवार अनिल बोंडे ने 48 वोट के साथ जीत दर्ज की. इसके साथ ही भाजपा के धनंजय महादिक को 41.58 वोट मिले.
एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को 43 वोट मिले. वहीं, शिवसेना की तरफ से राज्यसभा उम्मीदवार संजय राउत ने 41 वोटों के साथ जीत दर्ज की. शिवसेना के संजय पवार को 39.26 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी 44 वोट हासिल कर जीत गए.
जीत के बाद देवेंद्र फडणवीस ने किया ट्वीट
बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, 'चुनाव सिर्फ लड़ाई के लिए नहीं, बल्कि जीत के लिए लड़ा जाता है. मालूम हो कि महाराष्ट्र में राज्यसभा के लिए 24 साल बाद चुनाव हुए हैं. इससे पहले सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीत जाते थे.
पांच उम्मीदवारों की हुई थी शिकायत
बीजेपी ने महा विकास अघाड़ी (MVA) के 3 विधायकों की शिकायत की थी कि उन्होंने अधिकृत व्यक्ति के अलावा अपना वोट किसी और को भी दिखाया है. तो वहीं MVA ने भाजपा के 1 और एक निर्दलीय विधायक की शिकायत की.
- बीजेपी ने एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र अवध, कांग्रेस की यशोमती ठाकुर और शिवसेना के सुहास कांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए वोट रद्द करने की मांग की थी. रिटर्निंग ऑफिसर ने दावा खारिज कर दिया, जिसके बाद बीजेपी ने चुनाव आयोग से संपर्क किया था.
- MVA ने बीजेपी के सुधीर मुनगंटीवार के खिलाफ शिकायत की थी कि उन्होंने पोल एजेंट के अलावा किसी और को भी वोट दिखाया है.
- अमरावती जिले से निर्दलीय विधायक रवि राणा के खिलाफ भी शिकायत की गई. राणा पर हनुमान चालीसा दिखाकर मतदाताओं को प्रभावित करने, अपने वोट का खुलासा करने का आरोप लगा था.
बीजेपी ने चालाकी से वोट रद करवा दिया
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने मीडिया को बताया कि हमें विश्वास था कि हमारे चारों उम्मीदवार जीत जाएंगे लेकिन बीजेपी ने काउंटिंग को रोकने में चालाकी और उसने एक वोट अमान्य करा दिया.
संजय पवार की हार दुर्भाग्यपूर्ण: प्रतापगढ़ी
कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि वह अपनी जीत से खुश हैं लेकिन शिवसेना उम्मीदवार संजय पवार की हार दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि महाराष्ट्र की चिंताओं को सुना जाए और उनका समाधान किया जाए.