शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने मंगलवार को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान मुंबई की एक विशेष अदालत से पूछा कि क्या सीबीआई मेरी मौत की जिम्मेदारी लेगी. इंद्राणी ने पिछले सप्ताह विशेष सीबीआई न्यायाधीश जेसी जगदाले के सामने स्वास्थ्य आधार पर नई जमानत याचिका दायर की थी. इससे पहले दो मौकों पर उनकी जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है.
सीबीआई की एक दलील पर जवाब देते हुए इंद्राणी ने कहा, ‘मैं दोषी साबित होने तक निर्दोष हूं, मैंने कोई अपराध किये बिना जेल में तीन साल जेल में गुजारे हैं. इसका मेरे स्वास्थ्य पर असर पड़ा है, क्या सीबीआई मेरी मौत की जिम्मेदारी लेगी?’ उन्होंने अदालत से कहा, ‘पिछले तीन सप्ताह में मेरी स्वास्थ्य सेहत में गंभीर बदलाव आया है. मेरे मस्तिष्क में कई परेशानियां आ गई हैं, जबकि पहले ऐसा नहीं था.’
इंद्राणी ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया कि मेरे मस्तिष्क में ऐसे बदलाव हुए हैं जो अब ठीक नहीं हो सकते. सीबीआई ने उनकी जमानत याचिका का विरोध करते हुए दावा किया कि बाहर उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है.
पहले बताया था जान को खतरा
इंद्राणी मुखर्जी ने अप्रैल माह में कहा था कि जेल के अंदर उसे कोई जान से मारने की कोशिश कर रहा है. उसने ड्रग ओवरडोज के लिए जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दाल या उसे दी जाने वाली दवाओं के जरिए ड्रग ओवरडोज किया जा सकता है. उसे अपनी जान को लेकर खतरा है.
बता दें कि शीना बोरा मर्डर केस की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी आईएनएक्स मीडिया केस के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी आरोपी हैं. वह 24 अप्रैल 2012 को अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या करने के आरोप में जेल में बंद हैं. उनके पति और मीडिया व्यापारी पीटर मुखर्जी भी इस केस में जेल में बंद हैं.
शीना बोरा की हत्या का मामला इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था. उसे पुलिस ने 21 अगस्त 2015 को गैरकानूनी ढंग से हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन उससे पूछताछ के दौरान शीना बोरा मर्डर में नया खुलासा हुआ था.