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Inside Story: आखिर क्या बनाती हैं महाराष्ट्र की ये कंपनियां? जहां से IT रेड में जब्त की गई 390 करोड़ की प्रॉपर्टी...

Jalna IT Raid: आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के जालना में दो कारोबारी समूहों के परिसर में छापे मारने के बाद 56 करोड़ रुपये की नकदी और 14 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए हैं. कुल मिलाकर 390 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है. पिछले सप्ताह टैक्स चोरी की सूचना मिलने पर यह रेड मारी गई थी.

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IT रेड में 56 करोड़ रुपए कैश बरामद.
IT रेड में 56 करोड़ रुपए कैश बरामद.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टैक्स चोरी की सूचना पर की गई कार्रवाई
  • 390 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त
  • बाराती बनकर आए थे IT विभाग के कर्मचारी

आयकर विभाग की महाराष्ट्र के जालना में की गई छापेमारी सुर्खियों में है. इस रेड में 56 करोड़ रुपये कैश और 14 करोड़ रुपये के जेवरात जब्त किए हैं. कुल मिलाकर 390 करोड़ की संपत्ति को कुर्क किया गया है. IT ने कार्रवाई जालना के दो बड़े स्टील कारोबारी, रियल इस्टेट डेवलपर और कपड़ा व्यापारी के कारखानों, घरों, फॉर्म हाउस और कार्यालयों पर की. 

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आयकर विभाग ने बताया कि 3 अगस्त से स्टील टीएमटी सरिया के निर्माण में लगे दो प्रमुख समूहों के ठिकानों पर यह तलाशी अभियान चलाया गया था. इस दौरान कारोबारियों के जालना, औरंगाबाद, नासिक और मुंबई में फैले 30 से अधिक परिसरों को कवर किया गया. वहीं, जिन कंपनियों पर छापेमारी की गई, उनमें SRJ Steel और Kalika Steel शामिल हैं. इन कंपनियों से जुड़े Co-operative Bank, Financier Vimal Raj Bora और Dealer Pradeep Bora के ठिकानों पर भी तलाशी अभियान चलाया गया.

इनमें SRJ Peety Steels Private Limited पिछले 37 साल से धातु और रसायन समेत उसके उत्पाद का व्यवसाय करती है.  मतलब धातुओं की ढलाई का काम करती है. वहीं, कालिका स्टील (Kalika Steel) की बात करें तो यह कंपनी TMT सरिए बनाती है. महाराष्ट्र की यह फेमस कंपनी साल 2003 में शुरू हुई थी. 

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फिल्मी अंदाज में की गई इस छापेमारी में आयकर विभाग को पता चला है कि कारोबारी समूह बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी में लगे हुए थे. टीम ने एसआरजे स्टील और कालिका स्टील कंपनियों के कर्मचारियों के नाम से खोले गए लॉकरों का भी पता लगाया है. एक सहकारी बैंक में मौजूद इन लॉकरों से भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी और सोने के आभूषण बरामद किए गए हैं. इसके अलावा, एक समूह के फार्म हाउस पर स्थित एक सीक्रेट रूम से बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी जब्त की गई. अब तक तलाशी अभियान में 56 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और रुपये के 14 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए गए हैं. 

बताया गया कि छापेमारी में मिले कैश को गिनने के लिए आयकर विभाग को 13 घंटे लगे. कैश को जालना के स्टेट बैंक में ले जाकर गिना गया. गुरुवार सुबह 11 बजे कैश गिनने का काम शुरू हुआ तो रात 1 बजे तक चला. 1 से 8 अगस्त के बीच यह कार्रवाई हुई है. आयकर विभाग की नासिक ब्रांच ने इस छापेमारी को अंजाम दिया था. राज्य भर के 260 अधिकारी और कर्मचारी कार्रवाई में शामिल थे. 120 से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ. यह सब अधिकारी 5 टीम में बंटे थे. 

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दरअसल, आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि जालना के चार स्टील कंपनी के व्यवहार में अनियामियता है, जिसके बाद विभाग एक्शन में आया. विभाग ने घर और कारखाने में छापेमारी की. घर पर कुछ मिला नहीं, लेकिन शहर के बाहर फार्महाउस पर बने एक गोपनीय कक्ष से नगदी बरामद हुई. IT डिपार्टमेंट ने स्टील कारोबारियों के मकान, कार्यालय, अलग-अलग जगहों की जमीन, खेत, बंगले, बैंक जमा, अन्य लेन-देन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए.  टीम ने करीब 390 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति मिलने का दावा किया है. 

छापेमारी करते हुए टीमों ने पूरी सतर्कता बरती ताकि कारोबारियों और उनसे जुड़े लोगों को पता न चले और छापेमारी की तैयारी की खबर न फैले. इसके लिए नासिक, पुणे, ठाणे और मुंबई के अधिकारियों ने अपने-अपने वाहनों पर दूल्हे और दुल्हन के नाम के स्टिकर लगाए. ताकि यह दिखाया जा सके कि वे एक शादी में जा रहे थे. छापेमारी का कोड वर्ड 'दुल्हन हम ले जाएंगे' हर वाहन पर लगे स्टीकर पर लिखा हुआ था. 

(दिव्येश सिंह और पंकज खेलकर का इनपुट)

 

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