scorecardresearch
 

'हिटलर के बाद अगर कोई तानाशाह है, तो वो ममता बनर्जी...', बोले मंत्री कैलाश विजयवर्गीय

MP सरकार के मंत्री और BJP के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कोलकाता रेप कांड पर कहा कि यह बहुत शर्म की बात है कि जिस राज्य में महिला मुख्यमंत्री है, वहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. मुख्यमंत्री, अपराधियों के साथ हैं, तो क्या ऐसे मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार है?

Advertisement
X
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय.
मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय.

मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कोलकाता रेप कांड पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है. कहा कि बंगाल में पुलिस, असामाजिक तत्वों और राजनेताओं के बीच सांठगांठ है. आपने देखा होगा कि बलात्कारी पुलिस की गाड़ी में मोटरसाइकिल पर गया और वह खुद वहां की सामाजिक पुलिस का सदस्य है. अब बताइए कि अगर पुलिस में काम करने वाला व्यक्ति ही बलात्कारी है, तो महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी? 

Advertisement

BJP के वरिष्ठ नेता विजयवर्गीय कहा कि यह बहुत शर्म की बात है कि जिस राज्य में महिला मुख्यमंत्री है, वहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. मुख्यमंत्री, अपराधियों के साथ हैं, तो क्या ऐसे मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का कोई अधिकार है? अगर आज के समय में हिटलर के बाद कोई तानाशाह है, तो वह ममता जी हैं. 'न खाता न बही, जो ममता जी कहें वही सही..."

पता हो कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की जूनियर से रेप के बाद उसकी हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की जा रही है. इसके लिए शहर में 'नबन्ना अभियान' शुरू किया गया है. नबन्ना पश्चिम बंगाल सरकार का सचिवालय है. 

प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री बनर्जी को महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पाने के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उनका कहना है कि इसी कारण से आरजी कर अस्पताल की घटना घटी जिसके विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुए. 

Advertisement

कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार में एक जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और उसकी हत्या के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बीते 9 अगस्त को महिला डॉक्टर का शव मिला था, जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने अगले दिन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया था. 

सीसीटीवी फुटेज में आरोपी रॉय को 9 अगस्त को सुबह 4.30 बजे सभागार में घुसते हुए देखा जा सकता है जिस समय वारदात को अंजाम दिया गया था. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी से गहन पूछताछ की गई . 

कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपने करने का आदेश दिया था. सीबीआई ने 14 अगस्त को जांच अपने हाथ में ले ली. 

सीबीआई ने कोलकाता पुलिस से सभी फॉरेंसिक साक्ष्य अपने कब्जे में ले लिए और अपराध के बारे में आगे की जानकारी प्राप्त करने के लिए आरोपी संजय रॉय, मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, पीड़िता के साथ ड्यूटी पर मौजूद 4 डॉक्टरों और संयज रॉय की पॉलीग्राफ जांच भी कराई. फिलहाल मामले की जांच जारी है. 

Live TV

Advertisement
Advertisement