एक्ट्रेस कंगना रनौत के पाली हिल स्थित ऑफिस पर चले बुल्डोजर के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है. कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने इस कार्रवाई को प्रतिशोध से ओत-प्रोत बताया है. उन्होंने कहा कि बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है.
संजय निरुपम ने ट्वीट करके कहा, 'कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका ? क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी. पूरा एक्शन प्रतिशोध से ओत-प्रोत था, लेकिन बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है. कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरू हो जाए !'
कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका ?
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 9, 2020
क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी।
पूरा एक्शन प्रतिशोध से ओत-प्रोत था।
लेकिन बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है।
कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरु हो जाए !#KanganaRanaut
इससे पहले बीएमसी के एक्शन पर NCP ने सवाल उठाए थे. NCP चीफ शरद पवार ने कहा कि बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से कंगना को बोलने का अवसर दे दिया है. मुंबई में कई अन्य अवैध निर्माण हैं. यह देखने की जरूरत है कि अधिकारियों ने यह निर्णय क्यों लिया.
एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि हर कोई जानता है कि मुंबई पुलिस सुरक्षा के लिए काम करती है.आपको इन लोगों को प्रचार नहीं देना चाहिए. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है और बीएमसी पर शिवसेना का कब्जा है.
इधर, कंगना ने वीडियो जारी करके कहा, "उद्धव ठाकरे तुझे क्या लगता है? कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिलकर, मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है? आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा. ये वक्त का पहिया है, याद रखना, हमेशा एक जैसा नहीं रहता."