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इलाज के नाम पर जेल से बाहर आकर की ऐश, नासिक जेल शिफ्ट किए गए DHFL घोटाले के आरोपी कपिल वधावन

विशेष अदालत मुंबई ने यस बैंक में कथित घोटाले से संबंधित एक मामले में आरोपी कपिल वधावन को नासिक जिले की जेल में ट्रांसफर करने की अनुमति दे दी है. इंडिया टुडे ने दिखाया था कि इलाज के नाम पर कैसे जेल से बाहर आकर वधावन बंधु मौज कर रहे हैं.

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जेल से बाहर कपिल और धीरज वधावन की असामान्य यात्राओं का विवरण आया था सामने (फ़ाइल फ़ोटो)
जेल से बाहर कपिल और धीरज वधावन की असामान्य यात्राओं का विवरण आया था सामने (फ़ाइल फ़ोटो)

करोड़ों रुपये के कथित धोखाधड़ी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 2020 में गिरफ्तार किए गए कपिल वधावन को नासिक जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है.  'आजतक' ने उस अस्पताल का दौरा किया था जहां वधावन एडमिड थे और पता चला था कि अस्पताल जाने के नाम पर उन्हें विशेष सुविधा दी जा रही थी. 

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कोर्ट ने दिया आदेश

कपिल वधावन यस बैंक में कथित घोटाले से जुड़े मामले में आरोपी हैं. 'आजतक' की रिपोर्ट के बाद मुंबई की एक विशेष अदालत ने अधिकारियों को उन्हें नासिक जेल में स्थानांतरित करने की अनुमति दी . 'आजतक' ने दिखाया था कि कैसे वधावन भाईयों को चिकित्सा उपचार के बहाने अस्पताल दौरे पर वीवीआईपी उपचार मिल रहा था.

पीएमएलए अदालत के विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे ने शुक्रवार को कपिल वधावन को नासिक जेल में स्थानांतरित करने का आदेश पारित किया और कहा कि वधावन बंधुओं के कदाचार से जेल का अनुशासन प्रभावित हो रहा है.

पढ़ें: सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड, दो भाइयों ने बैंकों को लगाया 34615 करोड़ रुपये का चूना 

'आजतक' ने किया था एक्सपोज़

'आजतक' ने बताया था कि वधावन बंधु मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल जाने का बहाना करके कई बार बाहर घूमने में कामयाब रहे. हमारे कैमरे में कैद हुआ कि कैसे वधावन भाई बार-बार ये यात्राएं करने में कामयाब रहे. आधिकारिक तौर पर स्वीकृत, इन नकली चिकित्सा यात्राओं के दौरान उन्हें पुलिस एस्कॉर्ट की देखरेख में उचित भोजन करने, लैपटॉप और मोबाइल फोन का उपयोग करने और यहां तक ​​कि व्यापारिक सौदे करने का मौका तक मिला. इस दौरान पुलिस एस्कॉर्ट को नाश्ता भी कराया गया.

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पुलिसकर्मी भी हो चुके हैं सस्पेंड

रिपोर्ट सामने आने के बाद, मुंबई पुलिस ने 29 अगस्त को तलोजा जेल में बंद वधावन बंधुओं की जेल एस्कॉर्ट टीम के एक अधिकारी और छह कांस्टेबल को निलंबित कर दिया  था. इन अधिकारियों के पास वधावन बंधुओं के मेडिकल चेकअप के लिए उन्हें जेल से बाहर ले जाने की जिम्मेदारी थी.

वधावन बंधु 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में वर्तमान में मुंबई के बाहरी इलाके में तलोजा सेंट्रल जेल में बंद हैं. कपिल वधावन को अब नासिक जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है.

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