महाराष्ट्र के करजत शहर में एक स्कूल में बच्चों के साथ यौन शोषण के मामले में कई और खुलासे हुए हैं. चंद्रप्रभा चैरिटेबल ट्रस्ट नाम से चलाए जा रहे इस स्कूल में करीब 32 बच्चे रहते थे जिनसे न सिर्फ अमानवीय बर्ताव होता था बल्कि उन्हें सेक्स के लिए मजबूर भी किया जाता था.
इस बात का खुलासा तब हुआ था जब इस स्कूल के ही कुछ बच्चों ने वहां हो रहे यौन शोषण की शिकायत 'चाइल्डलाइन' नाम की संस्था से की थी. इस स्कूल में रहने वाले ज्यादातर बच्चों की उम्र 4 साल से लेकर 13 साल की थी.
ताजा खुलासे में बच्चों ने बताया कि उन्हें हमेशा डरा धमका कर काम कराया जाता था और काम न करने पर उन्हें अंधेरे कमरे में बंद कर दिया जाता था. कई बार बच्चों को मल खाने पर भी मजबूर किया जाता था. बच्चों को जबरदस्ती सेक्स करने के लिए भी मजबूर किया जाता था और उनकी सीडी बनाई जाती थी. छापेमारी के दौरान पुलिस ने स्कूल से कई आपत्तिजनक सीडी भी बरामद किए. छापेमारी में पुलिस ने कई सीसीटीवी कैमरे भी बरामद किए हैं जो बच्चों और स्कूल के प्रिंसिपल के कैमरे में लगाए गए थे. पुलिस ने बताया कि जब स्कूल में छापा मारा गया तो बच्चे छुट्टियों में घर गए थे.
गौरतलब है कि 'चाइल्डलाइन' नाम की संस्था की शिकायत पर महाराष्ट्र पुलिस ने छापा मारकर स्कूल ट्रस्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर अजित डोभालकर और उसकी सहयोगी ललिता टोंडे को गिरफ्तार किया था. पुलिस को शक है कि इन बच्चों का इस्तेमाल पॉर्न वीडियो बाजार के लिए भी किया जाता था. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.