कुंभ मेला के दौरान नासिक में गोदावरी तट पर रविवार को दूसरा शाही स्नान शुरू हो चुका है. इस मौके पर सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा ने आस्था की डुबकी लगाई. जबकि तट पर निर्मोही अखाड़े के पहुंचते ही श्रद्धालु बेकाबू हो गए और धक्का-मुक्की भी हुई. हालांकि, इस ओर किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. दोपहर तक करीब 30 लाख लोगों ने स्नान कर लिया था.
त्र्यंबकेश्वर में गोदवारी के किनारे 11 बजे से आम भक्त स्नान कर रहे हैं. यहां करीब 80 लाख भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है, जिनमें विदेशी भक्त भी शामिल हैं. स्नान को लेकर प्रशासन ने जमकर तैयारी की है. नासिक और त्र्यंबकेश्वर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. तीसरा शाही स्नान 18 सितंबर को किया जाएगा और कुंभ मेला 25 सितंबर तक चलेगा.
इससे पहले सुबह तपोभवन से रामकुंड तक शाही यात्रा निकली, जिसमें हजारों की संख्या में महंत , निर्मोही, निर्वाणी और दिगंबर तीनों वैष्णव अखाड़ों के संत शामिल हुए. दूसरी ओर त्रयंबकेश्वर में 10 शैव अखाड़ों के संत ऐसी ही यात्रा निकाल शाही स्नान के लिए पहुंचेंगे. श्रद्धालुओं को देर रात तक स्नान करने की अनुमति दी जाएगी.
इस बीच इन दोनों स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. रैपिड एक्शन फोर्स, क्विक रेस्पॅान्स टीम और राज्य रिजर्व पुलिस फोर्स के प्लाटून तैनात किए गए हैं. नासिक के पुलिस आयुक्त एस. जगन्नाथ ने कहा, 'हमने मदद के लिए सीमा सुरक्षा बल की टीम बुलाई है.' स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चिकित्सा केंद्र बनाए हैं.