मुंबई में कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो के दौरान हुई तोड़फोड़ मामले में गिरफ्तार 12 शिवसेना कार्यकर्ताओं को जमानत मिल गई है. इन कार्यकर्ताओं ने हाल ही में मुंबई के ‘हैबिटैट स्टूडियो’ में तोड़फोड़ की थी, जहां कामरा ने परफॉर्म किया था. दरअसल, कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिंदे के 2022 में बगावत के बारे में एक पैरोडी गीत शेयर करने के बाद स्टूडियो पर हमला होने के बाद ये गिरफ्तारियां हुईं. पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से कोर्ट ने 15 हजार रुपये के निजी मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी है.
इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की घोषणा की है. महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री (MoS) योगेश कदम ने विधान परिषद में कहा कि कुणाल कामरा के कॉल डेटा रिकॉर्ड (CDR) और बैंक स्टेटमेंट की भी जांच की जाएगी, यह पता लगाने के लिए कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ जो बयान दिए, उसके पीछे कोई साजिश तो नहीं है.
क्या है पूरा मामला
कुणाल कामरा ने अपनी कॉमेडी के दौरान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पर कथित रूप से अभद्र गाने गाए थे. इस पर शिवसेना कार्यकर्ताओं में नाराजगी फैल गई और उन्होंने कामरा के खार स्थित दफ्तर में तोड़फोड़ कर दी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद, सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस तेज हो गई है. कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बता रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि कॉमेडी की भी एक सीमा होनी चाहिए.
कामरा ने फिल्म “दिल तो पागल है” के एक हिंदी गाने की तर्ज पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज कसा और उन्हें ‘गद्दार’ बताया. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, शिंदे के खिलाफ कामरा के कटाक्ष का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पार्टी कार्यकर्ता होटल के ऑडिटोरियम में पहुंचे. यह उसी परिसर के करीब है जहां इंडियाज गॉट लेटेंट का आपत्तिजनक एपिसोड शूट किया गया था जिसके कारण रणवीर अलाहाबादिया, समय रैना, अपूर्व मखीजा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
एकनाथ शिंदे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे: सीएम फडणवीस
इस विवाद पर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आया है. फडणवीस ने कहा, 'स्टैंडअप कॉमेडियन कामरा ने जिस तरह से एकनाथ शिंदे का अपमान करने की कोशिश की है, वह गलत है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. लोगों ने 2024 के विधानसभा चुनाव में हमें वोट दिया है और हमारा समर्थन किया है. जो देशद्रोही थे, उन्हें लोगों ने घर भेज दिया है. बालासाहेब ठाकरे के जनादेश और विचारधारा का अपमान करने वालों को लोगों ने उनकी जगह दिखा दी है.'
फडणवीस ने आगे कहा, 'हास्य से कोई समस्या नहीं है, लेकिन बड़े नेताओं को बदनाम करने और उनका अपमान करने का तरीका बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. कोई हम पर हास्य कर सकता है, लेकिन अपमानजनक बयान देना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. कामरा को माफी मांगनी चाहिए.'