महाराष्ट्र में शनिवार को बीजेपी-एनसीपी ने मिलकर सरकार बना ली. बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अजित पवार के साथ एनसीपी के 22 विधायकों ने बीजेपी का समर्थन किया है.
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इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने अजित पवार के फैसले से पल्ला झाड़ते हुए 'आजतक' से खास बातचीत में कहा कि यह एनसीपी का फैसला नहीं है. वहीं प्रफुल्ल पटेल ने भी कहा कि शरद पवार का इस फैसले से कोई लेना-देना नहीं है.
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शरद पवार ने शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात की है. शरद पवार ने उद्धव ठाकरे से कहा कि अजित पवार के इस कदम के पीछ कहीं भी एनसीपी नहीं है. इस पूरे घटनाक्रम में एनसीपी कहीं भी नहीं है. अजित पवार ने पार्टी को तोड़ने का काम किया है.
Ajit Pawar's decision to support the BJP to form the Maharashtra Government is his personal decision and not that of the Nationalist Congress Party (NCP).
We place on record that we do not support or endorse this decision of his.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 23, 2019
शरद पवार ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र सरकार बनाने के लिए बीजेपी को समर्थन देने का अजित पवार का निर्णय उनका व्यक्तिगत निर्णय है न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का. हम रिकॉर्ड तौर पर कह सकते हैं कि हम अजित पवार के फैसले का समर्थन नहीं करते हैं.