एंटीलिया केस को लेकर बीजेपी नेता रविशंकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एनसीपी नेता शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र सरकार पर उठ रहे सवालों पर जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि सीपी रहने के दौरान परमबीर ने 100 करोड़ की वसूली वाली बात क्यों नहीं बताई.
पत्र पर परमबीर के साइन नहीं
शरद पवार ने कहा कि परमबीर सिंह ने आरोप तो लगाए हैं लेकिन साक्ष्य नहीं दिए हैं. पत्र पर परमबीर के हस्ताक्षर भी नहीं हैं और ना ही उन्होंने पत्र में यह बताया है कि पैसा किसके पास गया. उन्होंने कहा कि सचिन वाजे की बहाली मुख्यमंत्री ने नहीं परमबीर सिंह ने की थी. परमबीर सिंह ने सीपी रहते हुए गृह मंत्री पर कोई आरोप नहीं लगाए. अब जब उनका तबादला हो गया तो उन्होंने आरोप लगाए हैं.
सरकार की छवि पर कोई असर नहीं- पवार
परमबीर के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि इससे सरकार की छवि पर कोई असर नहीं होगा. हालांकि यह सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो सकती है. पवार ने इस मामले की जांच के लिए जूलियो रिबेरो का नाम सुझाया. उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच रिबेरो से कराई जानी चाहिए. जूलियो रिबेरो महाराष्ट्र के चर्चित और बेदाग छवि वाले पुलिस अफसर रहे हैं.
इस्तीफे पर सीएम उद्धव लें फैसला- पवार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तुरंत हटाने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि देशमुख पर लगे आरोप गंभीर हैं लेकिन उनके इस्तीफे पर विचार मुख्यमंत्री करेंगे. साथ ही यह भी कहा कि इस प्रकरण से सरकार की छवि पर असर नहीं पड़ेगा.