महाराष्ट्र के सांगली जिले में दसवीं के एक छात्र ने कथित रूप से रैगिंग से परेशान होकर खुदकुशी कर ली. पलुस गांव के जवाहर नवोदय केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले सचिन जवीर ने स्कुल कैंपस में ही पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी. परिजनों का आरोप है कि सचिन ने रैगिंग से परेशान होकर खुदकुशी की.
सचिन के पिता जिला परिषद के एक स्कूल में हेडमास्टर हैं और एक बड़ा भाई भी स्कूल में ही टीचर है. परिवार हैरान है कि पढ़ाई और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में दिलचस्पी रखने वाला यह बच्चा खुदकुशी कैसे कर सकता है.
पिछली छुट्टियों में जब सचिन गांव आया था तो उसके बैग से परिवार को एक चिट्ठी मिली थी, जिसमें उसने लिखा था कि सीनियर छात्र रात को उसे नींद से उठाकर पिटाई करते हैं और डांस करने को मजबूर करते हैं. यह पढ़कर परिवार ने स्कूल में फोन करके शिक्षकों से इस बारे में बात भी की, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ होने से इनकार कर दिया. जब छुट्टियां खत्म हुईं तो सचिन फिर स्कुल आ गया. मगर कुछ ही दिन बाद उसका शव पेड़ से लटका मिला.
परिवार के मुताबिक, सचिन पायलट बनना चाहता था. लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह बिल्कुल गुमसुम रहने लगा था. परिवान ने सचिन की लिखी चिट्ठी पुलिस को सौंप दी है. इसमें उन आरोपी सीनियर छात्रों के भी नाम हैं, जिन्होंने उसके साथ रैगिंग की. हालांकि परिवार को और भी संदेह है. सचिन के भाई ने कहा, 'वह पेड़ बहुत ही छोटा है. जिस टहनी पर रस्सी टंगी थी वो इतनी कमजोर थी कि मेरे भाई के 57 किलो के वजन से टूट जाती. मुझे इस मामले पर शक है.'