महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. गढ़चिरौली के कसनपुर इलाके में रविवार सुबह 11 बजे महाराष्ट्र पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान चलाया और 14 नक्सली को ढेर कर दिया. इस अभियान को C 60 कमांडो और महाराष्ट्र पुलिस ने मिलकर अंजाम दिया.
पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में कई सीनियर कमांडर भी शामिल हैं. नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई उस समय आई है, जब इलाके में तेंदू पत्ता तोड़ने का सीजन चल रहा है. पिछले तीन से चार साल में गढ़चिरौली में नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन है. महाराष्ट्र पुलिस का तलाशी अभियान अब भी जारी है.
दरअसल, तेंदू पत्ता तोड़ने के सीजन के दौरान ठेकेदारों से पैसे की उगाही के लिए नक्सली गढ़चिरौली में आते हैं. यह नक्सलियों की आय का एक बड़ा जरिया है. इस पैसे से नक्सली अपनी वारदातों को अंजाम देते हैं.
महाराष्ट्र पुलिस को गढ़चिरौली के कसनपुर इलाके में नक्सली कमांडरों के मूवमेंट की खुफिया जानकारी मिली. इसके आधार पर नक्सलियों के खिलाफ कसनपुर इलाके के ताडगाव में सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान नक्सलियों ने सुरक्षा कर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी. इस पर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें 14 नक्सली ढेर हो गए.
जहां पर पुलिस और नक्सलियों के बीच यह मुठभेड़ हुई, वह इलाका गढ़चिरौली जिले के भामरागड तहसील स्थित पुलिस मुख्यालय से करीब 150 किमी दूर है. इससे पहले शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के घने जंगल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सहायक उप निरीक्षक (ASI) अनिल कुमार मौर्य शहीद हो गए थे.
अनिल कुमार मौर्य उत्तर प्रदेश के अमेठी के रहने वाले थे. उनका पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच चुका है. वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी शहादत पर दुख जताया है. साथ ही शहीद के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का भी ऐलान किया है. सीएम योगी ने अपने मंत्री को शहीद के घर जाने और उनके परिजनों से मिलने का निर्देश भी दिया है.