मुंबई में पिछले कुछ सालों में गर्भपात कराने वाली महिलाओं की संख्या में इजाफा होने की बात सामने आई है. हैरानी की बात है कि सबसे ज्यादा वे महिलाएं गर्भपात करा रही हैं जिन्होंने गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल किया. ताजा आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में पिछले साल तीस हजार से ज्यादा महिलाओं ने अपना गर्भपात कराया है.
टीवी पर आपने गर्भनिरोधक गोलियों का विज्ञापन जरूर देखा होगा. इन गोलियों का इस्तेमाल महिलाएं गर्भनिरोधक के उपाय के रूप में करती हैं. मगर हैरानी की बात है कि इन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के बावजूद महिलाएं गर्भवती हो रही हैं और उन्हें मजबूरी में गर्भपात करवाना पड़ रहा है. अगर बात करें मुंबई महानगर की तो यहां 2013-14 में गर्भपात के मामलों में लगभग 50 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
इसमें सबसे अधिक अंधेरी, जुहू, मालवाणी और तिलकनगर जैसे इलाकों में सबसे अधिक गर्भपात होने की बात सामने आई है. रिपोर्ट में एक और चौंकाने वाली बात है, जिसमें कहा गया है कि गोलियों के बेअसर होने के अलावा मुंबई में 5 फीसदी लिंग-परिक्षण की भी बात सामने आई है. जबकि लगभग 8 फीसदी ने अपनी जान को जोखिम में डालकर गर्भपात करवाया है.
डॉक्टर ऋतु जैन का कहना है की इस तरह से गर्भपात के मामलों में वृद्धि होना चिंताजनक है और महिलाओं की जिंदगी के लिए ये बहुत घातक भी साबित हो सकता है. दरअसल गर्भपात को लेकर जो रिपोर्ट सामने आई है उसने पिछले तीन सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 2011-12 में जहां गर्भपात के कुल 19701 मामले सामने आए, वही 2012-13 में कुल 27,256 और 2013-14 में 30,117 महिलाओं ने गर्भपात करवाया है. जबकि साल 2014 के अभी केवल कुछ महीने ही बीते है और ये आंकड़ा तेजी से ऊपर की तरफ बढ़ रहा है.