महाराष्ट्र के अकोला में मेडिकल कॉलेज के कोरोना वायरस वार्ड में पुलिसकर्मी की एक हरकत ने हंगामा खड़ा करा दिया. दरअसल पुलिस की वर्दी में कोरोना वार्ड में घुसे उस पुलिसकर्मी ने वीडियो शूट करना शुरू कर दिया था. इस मामले की सबसे अहम बात यह है कि पुलिसकर्मी जब कोरोना वार्ड में घुसा तो उसने पीपीई किट तक नहीं पहन रखी थी जोकि नियम के मुताबिक अनिवार्य है. पुलिसकर्मी द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग किए जाने की भनक लगते ही वार्ड के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस वाले से सवाल जवाब किए तो उनसे वह उलटा ही बहस करने लगा.
मामला बढ़ता देख जब वार्ड के इंचार्ज डॉक्टर ने पुलिसकर्मी से यह पूछा कि वह वीडियो किसलिए रिकॉर्ड कर रहे हैं और इसकी परमिशन उनको किससे मिली है तो उस पुलिसकर्मी ने जांच पड़ताल कर रहे डॉक्टर का ही वीडियो रिकॉर्ड करने की कोशिश की. जिसके बाद जब अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों और डॉक्टर ने पुलिसकर्मी का मोबाइल छीनने की कोशिश की तो वहां स्थिति नोकझोंक और हाथापाई तक पहुंच गई.
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जानकारी के मुताबिक उस पुलिसकर्मी की ड्यूटी इस वार्ड में नहीं थी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस पुलिसकर्मी का कोई रिश्तेदार वार्ड में भर्ती है. पुलिसकर्मी उसका ही वीडियो रिकॉर्ड करना चाह रहा था. लेकिन वीडियो रिकॉर्ड करते समय सुरक्षाकर्मी की नजर उस पर पड़ गई. जिसके बाद यह मामला उजागर हुआ.
आजतक की टीम ने कोरोना वार्ड में वीडियो रिकॉर्ड करने वाले पुलिसकर्मी से बात करने की कोशिश भी की लेकिन बात नहीं हो पाई. जिस थाने में यह पुलिसकर्मी तैनात है उस थानेदार से टीम ने बात की. उन्होंने महज इतना ही कहा कि कुछ गलतफहमी हुई थी जो अब दूर हो गई है. यह मामला अब कृपया कर आप आगे ना बढ़ाएं.
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वहीं मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता से बात करने पर उन्होंने कहा कि यहां प्रशासन और हमारे बीच जोन कॉर्डिनेटर, एडिशनल कलेक्टर और पुलिस प्रशासन हम तीनों ने ही इस मामले की गंभीरता देख इस मामले में उस पुलिसकर्मी से निकाले वीडियो डिलीट करवाने लगे. यह मामला आपसी सामंजस्य में फिलहाल तो यहीं रोक दिया गया है.