महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर सस्पेंस बरकार है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए दांवपेच जारी है. इस बीच बीड जिले के एक किसान ने राज्यपाल को खत लिखकर खुदको मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है. किसान का कहना है कि जबतक मामले का हल नहीं होता, तब तक उसे सीएम बना दिया जाए.
बीड जिले के किसान श्रीकांत वी गदले ने राज्यपाल को लिखा, 'जब तक सीएम पद का विवाद नहीं सुलझाया जाता, तब तक मुझे सीएम बनाया जाना चाहिए. बेमौसम बारिश के बाद फसल के नुकसान के कारण किसानों के लिए यह कठिन समय है. राज्य में जल्द से जल्द सरकार की जरूरत है.'
#Maharashtra: Shrikant V Gadale, a farmer from Beed Dist. has written to the Governor stating,"till the time matter of CM post is sorted out,I should be made CM. It is a tough time for farmers due to crop damage after untimely rains.A govt in the state is needed at the earliest." pic.twitter.com/oR3PH1370V
— ANI (@ANI) November 1, 2019
50-50 के फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना
महाराष्ट्र का जनादेश सामने आए आठ दिन हो गए लेकिन सत्ता का संग्राम किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाया है. सत्ता के दो संभावित साझेदारों भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना में एक कदम आगे नहीं बढ़ता कि दो कदम पीछे हटने लगते हैं. गुरुवार शाम शिवसेना विधायक दल की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी से बातचीत फाइनल नहीं हुई है. जो तय हुआ था उससे कम या ज्यादा कुछ नहीं चाहिए. अगर फड़णवीस सच बोल रहे हैं तो क्या मैं झूठ बोल रहा हूं?
50-50 फॉर्मूले पर बीजेपी नहीं है राजी
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी 50-50 के फॉर्मूले के लिए कतई राजी नहीं है. 2.5-2.5 साल के सीएम का प्रस्ताव बीजेपी ने नामंजूर कर दिया है. बीजेपी पसंद का मंत्रालय भी देने को तैयार नहीं है. सिर्फ डिप्टी सीएम के पद पर रजामंदी है, लेकिन सवाल ये भी है कि खुद शिवसेना डिप्टी सीएम पद को लेकर क्या राय रखती है. गुरुवार को ही शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता चुना है.
शरद पवार से मिले संजय राउत
महाराष्ट्र में सरकार पर सस्पेंस के बीच गुरुवार अचानक सियासी गहमागहमी तेज हो गई. बीजेपी के साथ जुबानी जंग में शिवसेना की अगुवाई कर रहे संजय राउत ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के घर जाकर उनसे मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक मुलाकात के दौरान एनसीपी के सीनियर नेता अजीत पवार, धनंजय मुंडे, सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे भी मौजूद थे.